JAMSHEDPUR : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में सोमवार को हुई तोड़फोड़ और सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने को लेकर बुधवार को हॉस्पिटल प्रबंधन ने आरोपियों के खिलाफ साकची थाने में मामला दर्ज कराया है। इसमें बताया गया है कि आजादनगर स्थित गुलाबबाग निवासी मो। सोहेल के पत्नी कनीजा फातिमा को गर्भवती होने के कारण सोमवार को भर्ती कराया गया। महिला के पेट में 34 सप्ताह के गर्भ के साथ-साथ ट्यूमर था। इसके बाद डॉक्टरों ने तत्काल ऑपरेशन करने की सलाह दी। इसके बाद कनीजा फातिमा का ऑपरेशन डॉ। कारमेला कुजूर, डॉ। सरोज साहा, जुनियर डॉक्टर डॉ। श्वेता अग्रवाल ने किया। बेहोश करने का काम डॉ। डीपी बंदोपध्याय ने किया। 3.30 बजे ऑपरेशन खत्म हुआ और रात 8.40 बजे अचानक उसकी मृत्यु हो गई। इसके बाद मरीज के परिजन उग्र हो गए और फोन कर करीब 50 लोगों को बुलाया गया। इसके बाद लेबर रूम पर तैनात डॉक्टर, नर्सो को मार-पीट करने हेतु दौड़ाने लगे। सभी डॉक्टर एवं कर्मी ड्यूटी छोड़कर बाहर भाग गए। जिससे अन्य मरीजों के चिकित्सा सुविधा बाधित हुई। उसके बाद उग्र भीड़ ने हॉस्पिटल में तोड़-फोड़ शुरू कर दी जिससे हॉस्पिटल के स्त्री रोग विभाग का कंप्यूटर और शिशु रोग विभाग के शीशे का दरवाजा क्षतिग्रस्त हो गया।

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बम होने की अफवाह से परेशान रहे राहगीर

GHATSHILA: थाना क्षेत्र के हाथीजोबड़ा पुल के समीप राष्ट्रीय “च्च पथ संख्या फ्फ् पर बुधवार की दोपहर अचानक अफवाह उड़ी कि एनएच के बीचों बीच एक बम रखा हुआ है। इस बम को देखने के लिए आस-पास के लोग काफी दूर पर जमा होने लगे। यह देखकर एनएच पर चलने वाले वाहनों के चालक भी सतर्क हो गए। अफवाह उन तक पहुंची। वाहन चालक अपनी जान हथेली पर रख कर वाहन पार करने लगे। बाद में किसी ने नजदीक जाकर देखा तो पता चला कि बम नहीं वह नारियल था। दूर से देखने पर उक्त नारियल एकदम बम जैसा प्रतीत हो रहा था। इसके बाद वाहन चालकों ने राहत की सांस ली। हालांकि यह अफवाह लगभग एक से दो घंटे तक उड़ती रही।