-फूड सेफ्टी इंश्योर करने के लिए सीएचसी के इंचार्ज को भी मिलेगी जिम्मेदारी

JAMSHEDPUR: फूड सेफ्टी इंश्योर करने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट ने एक विशेष रणनीति तैयार की है। इसके तहत मिलावटखोरों पर लगाम लगाने के लिए फूड इंस्पेक्टर के साथ-साथ डिपार्टमेंट के अन्य अधिकारियों को भी जिम्मेदारी दी जाएगी। डिस्ट्रिक्ट के सभी कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर्स (सीएचसी) प्रभारियों को भी इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके लिए सभी इंचार्ज डॉक्टर्स को ट्रेनिंग दी जा चुकी है।

मानकों पर खरे उतरते हैं या नहीं

फूड आइटम्स फूड सेफ्टी एक्ट के तहत तय किए गए मानकों पर खरे उतरते हैं या नहीं अब तक डिस्ट्रिक्ट में इसके जांच की जिम्मेदारी फूड इंस्पेक्टर की थी। फूड इंस्पेक्टर द्वारा खाद्य-पदार्थो सैंपल कलेक्ट करने के बाद उसे जांच के लिए भेजा जाता था। आमतौर पर पर्व-त्यौहार के समय में ही डिपार्टमेंट द्वारा इस तरह का अभियान चलाया जाता रहा है, लेकिन अब डिस्ट्रिक्ट के सभी सीएचसी के इंचार्ज भी ये जिम्मेदारी निभाएंगे।

हर महीने कम से कम दो सैंपल

सीएचसी के इंचार्ज हर महीने कम से कम दो नमूने जब्त करेंगे। इसे जमीनी हकीकत पर तब्दील करने के लिए डिपार्टमेंट समय-समय पर समीक्षा बैठक आयोजित कर पूरे अभियान से अवगत होगी। इसमें लापरवाही बरतने वाले चिकित्सा प्रभारियों पर विभागीय कार्रवाई भी तय होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक अच्छी पहल है। इससे अभियान भी जारी रहेगा और व्यापारियों पर शिकंजा भी कस सकेगा। डिस्ट्रिक्ट में कुल नौ सीएचसी हैं।

मिलाटखोरों पर अंकुश लगाने के लिए एक टीम गठित कर जिलेभर में काम किया जाएगा। इसमें सभी चिकित्सा प्रभारियों को जिम्मेवारी सौंपी जाएगी। हर महीने कम से कम दो नमूने जब्त करने होंगे।

-डॉ श्याम कुमार झा, सिविल सर्जन, ईस्ट सिंहभूम