चक्रधरपुर : चक्रधरपुर अनुमंडल के गुदड़ी थाना क्षेत्र के डोंगेबेड़ा जंगल पहाड़ी क्षेत्र में माओवादियों ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए छिपा कर रखे गए चार आइईडी केन बम को सीआरपीएफ और जिला पुलिस ने रविवार को बरामद कर नष्ट कर दिया है। इस संबध में चक्रधरपुर एसडीपीओ नाथु सिंह मीणा ने बताया कि सीआरपीएफ और जिला पुलिस के जवानों ने डोंगबेड़ा के जंगल पहाड़ी क्षेत्र से चार केन बम, डेटोनेटर, सेफ्टीफ्युज, बैट्री तथा नक्सली साहित्य बरामद किया था। सीआरपीएफ 60 बटालियन के बीडीडीएस टीम ने बरामद केन बमों एंव विस्फोटक पदार्थो को जंगल में ही नष्ट कर दिया।

एसपी को मिली थी सूचना

जिले के एसपी अजल ¨लडा को गुप्त सूचना मिली की डोंगेबेड़ा के जंगल पहाड़ी क्षेत्र में प्रतिबंधित भाकपा माओवादियों के द्वारा सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से केन बम छुपा कर रखा है। इस सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए एसपी ने चाईबासा पुलिस एवं सीआरपीएफ 50 बटालियन के जवानों का गठित अभियान दल डोंगेबेड़ा के जंगल पहाड़ी क्षेत्र की चप्पे-चप्पे की छानबीन की। इस दौरान सुरक्षाबलों को केन बम और विस्फोटक पदार्थ मिले थे। गुदड़ी थाना में भारतीय दण्ड संहिता, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम तथा सीएलए एक्ट के सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत कांड दर्ज किया गया है। अभियान दल में सीआरपीएफ 60 बटालियन के कमांडेंट आनंद कुमार जेराई, कराईकेला थाना के एसआई राकेश कुमार, एएसआई राज कुमार, सीआरपीएफ 60 बटालियन के जवान व बीडीडीएस टीम शामिल थे।

पीएलएफआई के जोनल कमांडर शनिचर सुरीन के शव का हुआ पोस्टमार्टम

पीएलएफआई के जोनल कमांडर 10 लाख का इनामी उग्रवादी शनिचार सुरीन के शव का रविवार को चक्रधरपुर के अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। इधर परिजनों ने शव को अपने साथ गुमला स्थित सरिता गांव के लिए रवाना हो गए। बतातें चलें कि शुक्रवार की देर शाम पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में 10 लाख का इनामी उग्रवादी शनिचर सुरीन को गोली लगने से मौत हो गई थी। जिसके बाद शनिवार की देर रात्रि 12 बजे पुलिस उसके शव को लेकर चक्रधरपुर पहुंची। जिसके बाद शव को रेलवे अस्पताल के शीत गृह में रख दिया गया।

टीम ने किया पोस्टमार्टम

रविवार को कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में दण्डाधिकारी की उपस्थिति में उसका पोस्टमार्टम कराया गया। जहां अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सकों के गठित टीम द्वारा पोस्टमार्टम किया गया। गठित टीम में अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेन्द्र नाथ सोरेन, डॉ मोईज अख्तर अंसारी तथा डॉ नंदू होनहागा शामिल थे। पीएलएफआई उग्रवादी मृतक शनीचर सुरीन का शव लेने के लिए उसके पिता चकरा सुरीन, छोटा भाई सुखराम सुरीन, पत्नी मनीषा सुरीन, सास सुचिता डहांगा समेत अन्य परिजन पहुंचे थे। वहीं मृतक शनिचर सुरीन की दो बेटी रौशनी एवं मुस्कान भी अपनी मां के साथ चक्रधरपुर पहुंची थी। शव को देखकर उसकी पत्नी मनीषा सुरीन फफक कर रोने लगी।