छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : हाइवे पर नवंबर माह से 24 घंटे की एंबुलेंस सेवा उपलब्ध होगी। पुलिस की हाइवे पेट्रोलिंग सेवा की तर्ज पर हाइवे पर जगह-जगह ये एंबुलेंस किसी भी समय मदद पहुंचाने के लिए तैयार खड़े रहेंगे। 15 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर इस एंबुलेंस सेवा की शुरुआत करने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बताया कि पूरे राज्य में हाइवे पर ऐसे कुल 300 एंबुलेंस तैनात किए जाएंगे। रविवार को सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर के स्वर्ण मंडप में संवाददाता सम्मेलन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस पर एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की जाएगी। इसके बाद राज्य से गुजरने वाली सभी हाइवे पर धीरे-धीरे इस सेवा को विस्तार दिया जाएगा। रघुवर दास के मुताबिक 108 पर फोन लगाते ही 15 मिनट के भीतर ये एंबुलेंस हाइवे पर किसी भी स्थान पर मदद को पहुंच जाएंगे।

चिन्हित किए जा रहे जोन

मुख्यमंत्री ने बताया कि हाइवे पर एंबुलेंस सेवा शुरू करने के अलावा बहुत जल्द राष्ट्रीय राजमार्ग-33 (एनएच-33) पर चार नए ट्रॉमा सेंटर भी खोले जाएंगे। इसके लिए रांची से बहरागोड़ा तक चार वैसे स्थानों को चिन्हित किया जा रहा है, जो दुर्घटना के लिहाज से सबसे संवेदनशील हैं। दुर्घटना संभावित क्षेत्र चिन्हित करने के बाद उसी के आसपास ट्रॉमा सेंटर स्थापित किए जाएंगे।

हाइवे पर जगह-जगह बनेंगे टॉयलेट

रघुवर दास ने बताया कि स्वास्थय सेवा को बेहतर करने के लिए बहुत जल्द चिकित्सकों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी। फिलहाल चिकित्सकों की राज्य में जबरदस्त कमी है। इस कमी को पूरी करने के लिए फिलहाल कांट्रेक्ट पर चिकित्सक बहाल किए जाने की कवायद चल रही है। इसके अलावा हाइवे पर जगह-जगह शौचालय भी बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है।

जनवरी तक बन जाएगा हाइवे

राष्ट्रीय राजमार्ग-33 (एनएच-33) जनवरी 2018 तक पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार प्रयासरत है तो खुद केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री भी इसपर लगातार अपडेट ले रहे हैं। सीएम रघुवर दास ने रविवार को बताया कि एनएचआइ बोर्ड की बैठक में एनएच-33 बनाने के काम में तेजी लाने का रोडमैप बन चुका है। एनएच-33 के अलावा रांची रिंग रोड के मामले में भी सरकार गंभीर है।

कई शहर जुडेंगे हवाई मार्ग से

इसके अलावा हवाई मार्ग से भी झारखंड के हर शहर को जोड़ने की कवायद चल रही है। टाटा-रांची हवाई सेवा के लिए तो डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) से भी हरी झंडी मिल गई है। रांची-हजारीबाग, रांची-दुमाका व रांची-देवघर के लिए भी हवाई सेवा शीघ्र शुरू की जाएगी। रघुवर दास ने कहा कि एयरपोर्ट को लेकर लैंड सर्वे हो चुका है और इसकी रिपोर्ट भी भेजी जा चुकी है। राज्य सरकार के पास सिर्फ जमीन अधिग्रहण की जिम्मेदारी है।