जमशेदपुर (ब्यूरो): सामाजिक संगठनों और नगर निकायों द्वारा छठ घाटों की साफ सफाई का दावा किया जा रहा है, लेकिन अभी तक घाटों की स्थिति जस की तस है। स्वच्छता और सात्विकता के इस व्रत के दौरान साफ-सफाई का दावा करने वाले सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के साथ ही जिला प्रशासन के दावों की भी पोल खुलती नजर आ रही है। सोमवार को हमने स्वर्णरेखा नदी घाट का दौरा किया। यह नदी घाट शहर के करीब है, लेकिन वहां जाने पर जो नजारा दिखा वह साफ-सफाई के दावों की पोल खुलती नजर आयी।

स्वर्णरेखा नदी घाट में

स्वर्णरेखा नदी घाट के किनारे जमशेदपुर अक्षेस द्वारा नो प्लास्टिक की होर्डिंग लगाई गई है, लेकिन होर्डिंग के पास ही पूजन सामग्रियां व अन्य कचरों का अंबार लगा है। जेएनएसी के अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैैं। स्वर्णरेखा नदी घाट के पास गड्ढा कर पूजन सामग्रियों को उसमें ही फेंक दिया गया है। कुछ कचरा गड्ढे में तो कुछ किनारों पर जहां तहां बटोर कर रख दिया गया है। कचरे को वहां से हटाया नहीं गया है, जिस कारण व्रतियों को काफी परेशानी हो सकती है। दो दिन पहले ही झारखंड के मंत्री, जिनके गृहनगर में ही यह नदी घाट पड़ता है, ने विभिन्न नदी घाटों का निरीक्षण किया और पदाधिकारियों को व्रतियों की सुविधा का ध्यान रखने और साफ-सफाई के निर्देश भी दिए, बावजूद इसके कोई पहल नहीं की गई है।

श्रद्धालुओं को छठ घाटों पर मिलेगी सेवा

भरत सिंह फैंस क्लब के मुख्य संरक्षक सह लायंस क्लब ऑफ जमशेदपुर रोरिंग के अध्यक्ष भरत सिंह ने बताया कि इस वर्ष भी भरत सिंह फैंस क्लब, भरत सिंह वेलफेयर ट्रस्ट और लायंस क्लब ऑफ जमशेदपुर रोरिंग के सदस्यों द्वारा छठ घाटों में श्रद्धालुओं को सेवाएं दी जाएगी। इसके तहत अर्घ्य हेतु दूध, छठ व्रतियों के लिए दातुन आदि का वितरण किया जाएगा। इस पूरे सेवा कार्य हेतु श्री सिंह ने अपने तीनों संस्थाओं भरत सिंह फैंस क्लब, भरत सिंह वेलफेयर ट्रस्ट और लायंस क्लब ऑफ जमशेदपुर रोरिंग के सदस्यों को दिशा निर्देश दिए हैं।