JAMSHEDPUR: पुलिस को चकमा देकर बाग रहा गोविंद मुंडा उर्फ छबुआ की मौत देर रात एमजीएम अस्पताल में इलाज के दौरान हो गयी। मौत से पूर्व गोविंद मुंडा ने अपनी बहन पायल को बताया कि उसकी पिटाई छोटू पांडेय व मुख्तार सिंह ने किया है। बहन को दिए बयान के बाद मामला उल्टा हो गया। मृतक की बहन के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपी छोटू पांडेय को गिरफ्तार कर लिया, जबकि मुख्तार सिंह फरार हो गया। घटना के संबंध में मृतक की बहन पायल मुंडा ने बताया कि क्9 फरवरी की रात क्0.फ्0 बजे उसके भाई के मोबाइल पर टेल्को थाना से फोन आया और कहा गया कि बड़ा बाबू बुला रहे हैं। वह थाना जाने के लिए तैयार ही हो रहा था कि छोटू पांडेय उसके पास आया और कहा कि बड़ा बाबू बुला रहे हैं चलो। पायल के अनुसार उसके भाई छोटू पांडेय के साथ गाड़ी में बैठ गया। पायल ने बताया कि रात क्ख्.फ्0 से एक बजे के बीच उसके पास पुलिस का फोन आया कि उसका भाई का एक्सीडेंट हो गया है और एमजीएम अस्पताल में भर्ती है। वह अपने परिवार के साथ आनन-फानन में एमजीएम अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में उसके भाई ने बताया कि उसे छोटू ने मारा है।

दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि रात में उन्हें सूचना मिली कि अपराधी छब्बे व एक अन्य युवक मोटर साइकिल पर सवार होकर जेम्को से मानगो की ओर किसी घटना को अंजाम देने के लिए जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस उसका पीछा किया और वायरलेस से अन्य थाना को सूचना भी दे दी। पुलिस के अनुसार पीछा करता देख बाइक पर सवार एक युवक अंधेरा का फायदा उठाकर भाग गया और गोविंद मुंडा पुल से छलांग लगा दिया। चूंकि मौके पर पुलिस मौजूद थी तत्काल उसे नदी से निकालकर एमजीएम अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। शनिवार की सुबह परिजन टेल्को थाना में आरोपी पर कार्रवाई की मांग को लेकर बैठ गए थे, मौके पर सिटी डीएसपी अनिमेश नेथानी व अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने लोगों को समझाया और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।