CHAIBASA: जागरण पहल की ओर से चल रहे स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता अभियान खत्म होते ही सोमवार से स्वास्थ्य शिविर शुरू हो गया है। सबसे पहले सोमवार को बालीझोर पंचायत के डुकासाई बस्ती में शिविर लगाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। शिविर में 4लडप्रेशर, 4लड सुगर व टीबी आदि की जांच की गई। साथ ही स्वास्थ्य जांच के पहले लोगों की ऊंचाई माप के अलावा वजन भी किया गया। मौके पर पहुंचे बस्ती से लगभग 2 सौ लोगों ने अपना नाम पंजीकृत कराया। शिविर में चाईबासा सदर अस्पताल के डॉ1टर जगन्नाथ हे6ब्रम के नेतृत्व में जांच कार्य संपन्न हुआ। जिला कार्यक्रम समन्वयक मिथुन चौधरी की देखरेख में संपन्न कराए गए शिविर में जिला परिषद सदस्य लक्ष्मी सुरेन का योगदान काफी सराहनीय रहा। मौके पर एएनएम मधुमिता मिश्रा, संगीता बाड़ा, सोनी ¨कडो, सईया द्रौपदी सामड, मनी सुरेन, बड़ाजामदा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लैब टे1नीशियन सुरेश, पंचायत मुखिया संजय माझी व मुंडा घासोवा बारजो के अलावा जागरण पहल टीम के चन्दन कुमार मंडल, रामबचन प्रसाद, सुधीर कुमार मल, बासुकीनाथ यादव, परवीन कुमार यादव आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। मंगलवार को महूदी पंचायत के लखनसाई में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाएगा।

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एसयूसीआई ने दी आंदोलन की चेतावनी

GHATSHILA: एसयूसीआइ (कम्युनिस्ट) ने घाटशिला मुख्य सड़क की मरम्मत कराने की मांग करते हुए उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है। एसयूसीआई का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को काशी बारी के नेतृत्व में एसडीएम गिरजाशंकर प्रसाद से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपकर सड़क की मरम्मत कराने की मांग की। एसडीएम को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि घाटशिला मुख्य सड़क वर्षों से जर्जर है। बार-बार मांग करने के बावजूद सड़क की मरम्मत का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। मरम्मत के नाम पर सड़क पर बने गड्ढों को ईंटों से भर दिया गया। इसके चलते आम लोगों की परेशानी और अधिक बढ़ गई है। पहले तो लोग सिर्फ गड्ढों से ही परेशान थे, पर अब तो तथाकथित मरम्मत के कारण उड़ने वाली धूल ने परेशानी और अधिक बढ़ा दी है। आज की तारीख में सड़क पर चलना बहुत मुश्किल हो गया है। बारिश शुरू हो जाने के बाद आवागमन में परेशानी तो बढ़ेगी ही साथ ही दुर्घटनाएं भी आए दिन होंगी। इसलिए मुख्य सड़क की मरम्मत जल्द से जल्द की जानी चाहिए। यदि दो सप्ताह के अंदर सड़क की मरम्मत नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में युधिष्ठर, शुभंकर सेनापति, सत्यरंजन सिंह, सुशील कुमार गिरी, आशारानी पाल, मिली मित्रा व सबिता बोस आदि शामिल थे।