-को-ऑपरेटिव कॉलेज कैंपस में है एससी हॉस्टल

-करनडीह स्थित एलबीएसएम कॉलेज में भी हॉस्टल फैसिलिटी है अवेलबल

-वीमेंस कॉलेज में 2 हॉस्टल्स हैं, यूजीसी और वेलफेयर डिपार्टमेंट का हॉस्टल है कॉलेज में

JAMSHEDPUR: शहर के आस-पास के एरिया में रहने वाले स्टूडेंट्स अगर शहर में रहकर यूजी की पढ़ाई करना चाहते हैं तो उनके लिए को-ऑपरेटिव कॉलेज कैंपस स्थित एससी हॉस्टल और वीमेंस कॉलेज स्थित यूजीसी और वेलफेयर डिपार्टमेंट का हॉस्टल अवेलबल है। एससी हॉस्टल में फ्री एंट्री है, जबकि वीमेंस कॉलेज में लिया जाता है हॉस्टल चार्ज।

वेलफेयर डिपार्टमेंट के हॉस्टल में नहीं लगता चार्ज

को-ऑपरेटिव कॉलेज, एलबीएसएम कॉलेज और वीमेंस कॉलेज का एक हॉस्टल वेलफेयर डिपार्टमेंट के अंडर में है। इन हॉस्टल्स में स्टूडेंट्स को किसी तरह का चार्ज नहीं देना पड़ता।

एससी हॉस्टल में हैं फ्0 रूम

को-ऑपरेटिव कॉलेज कैंपस में एससी हॉस्टल है। इसमें कुल फ्0 रूम हैं जिनमें क्00 से ज्यादा स्टूडेंट्स रहते हैं। शहर के आस-पास के एरियाज से आने वाले स्टूडेंट्स को यहां एंट्री मिलती है। स्टूडेंट्स को एडमिशन के समय ही प्रिफरेंस भरना होता है। हॉस्टल वेलफेयर डिपार्टमेंट द्वारा संचालित है इसलिए यहां रहने वाले स्टूडेंट्स को कोई चार्ज नहीं देना पड़ता।

एलबीएसएम में है क्भ्0 स्टूडेंट्स की कैपेसिटी

करनडीह स्थित एलबीएसएम कॉलेज में तीन हॉस्टल्स हैं जिनकी कैपेसिटी क्भ्0 स्टूडेंट्स की है। यह हॉस्टल भी वेलफेयर डिपार्टमेंट द्वारा संचालित होता है इसलिए यहां भी स्टूडेंट्स को कोई चार्ज नहीं देना पड़ता।

वीमेंस में हैं दाे हॉस्टल्स

बिष्टुपुर स्थित वीमेंस कॉलेज कैंपस में दो हॉस्टल्स हैं। इनमें एक यूजीसी द्वारा और दूसरा वेलफेयर डिपार्टमेंट द्वारा संचालित किया जाता है। यूजीसी द्वारा संचालित ग‌र्ल्स हॉस्टल की कैपेसिटी क्क्भ् स्टूडेंट्स की है, जबकि वेलफेयर डिपार्टमेंट द्वारा संचालित हॉस्टल की कैपेसिटी ख्ख्भ् स्टूडेंट्स की है। हॉस्टल एलॉट करने से पहले ग‌र्ल्स द्वारा एडमिशन फॉर्म में भरे गए प्रिफरेंस, मा‌र्क्स का परसेंटज और शहर से उनके घर की दूरी को ध्यान में रखा जाता है।

हॉस्टल फैसिलिटी अवेलबल होने से शहर के आस-पास रहने वाले स्टूडेंट्स को काफी फायदा होता है। वेलफेयर डिपार्टमेंट द्वारा संचालित होने की वजह से बच्चों को हॉस्टल चार्ज भी नहीं देना पड़ता। हॉस्टल में कंप्यूटर भी लगवाया जा रहा है।

- डॉ एसएस रजी, प्रिंसिपल को-ऑपरेटिव कॉलेज

कॉलेज कैंपस में तीन हॉस्टल्स हैं जिनकी कैपेसिटी क्भ्0 स्टूडेंट्स की है। शहर से दूर गांवों से आने वाले स्टूडेंट्स के लिए यह हॉस्टल वरदान की तरह है। उन्हें हॉस्टल चार्ज नहीं देना पड़ता। कैंपस में ही हॉस्टल रहने से उनकी पढ़ाई में भी किसी तरह की प्रॉब्लम नहीं आती।

- डॉ एके सिंह, प्रिंसिपल एलबीएसएम कॉलेज