-छात्रों ने खोया आपा, प्रिंसिपल के खिलाफ उतरे सड़क पर

-स्कूल गेट पर दिया धरना, किया बिष्टुपुर मेन रोड जाम

-कॉलेज के गमलों को उठाकर पटका, प्रिंसिपल के कार के शीशे तोड़े

-एफलिएशन के चक्कर में पिस रहे केएमपीएम के 750 छात्र

JAMSHEDPUR: क्ख्वीं में रजिस्ट्रेशन शुरू नहीं होने से बिष्टुपुर स्थित मिसेज केएमपीएम इंटर कॉलेज के स्टूडेंट्स ने मंडे को कॉलेज कंपाउंड में जमकर बवाल काटा। प्रिंसिपल के कार काशीशा तोड़ा, कॉलेज में रखे गमले फोड़ डाले। इतना ही नहीं एबीवीपी के नेतृत्व में स्टूडेंट्स ने कॉलेज के मेन गेट पर धरना दिया। जब कॉलेज मैनेजमेंट की ओर से कोई आश्वासन नहीं मिला, तो स्टूडेंट्स बिष्टुपुर मेन रोड को जाम कर दिया। इससे काफी देर तक कॉलेज कैंपस और कॉलेज के बाहर अफरा-तफरी मची रही। आक्रोशित छात्रों ने प्रिंसिपल एके मिश्रा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

दांव पर 7भ्0 स्टूडेंट्स का फ्यूचर

स्टूडेंट्स का आरोप था कि झाररखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) द्वारा मान्यता रद्द किए जाने के बावजूद प्रिंसिपल ने साल ख्0क्ब् में छात्रों का एडमिशन लिया। करीब 7भ्0 स्टूडेंट्स का भविष्य दांव पर लग गया है। क्क्वीं की परीक्षा नहीं हुई है। अब जैक द्वारा क्ख्वीं की परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन की तारीख भी निकाल दी गई है। इसकी अंतिम तिथि बिना फाइन के ख्फ् जुलाई है। इसके बावजूद कॉलेज मैनेजमेंट चुपचाप है।

एबीवीपी के नेतृत्व में हुआ आंदोलन

छात्रों के इस आंदोलन का नेतृत्व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के स्टूडेंट लीडर्स ने किया। एबीवपी के रवि प्रकाश सिंह, सोनु ठाकुर, सुखदेव सिंह, सतनाम सिंह, सुजीत वर्मा, रीतेश सिंह, सूरज चौहान ने बताया कि छात्रों का गुस्सा स्वाभाविक है। पूरे प्रकरण में प्रिंसिपल दोषी हैं। वे चाहते तो यह मामला कब का ठंडा हो गया होता, लेकिन उन्होंने इस ओर पहल नहीं की।

ब्भ् मिनट रोड जाम

केएमपीएम गेट पर धरना पर बैठे स्टूडेंट्स अचानक बिष्टुपुर रोड जाम करने के लिए निकल पड़े। स्टूडेंट्स बिष्टुपुर बीच रोड पर ही बैनर, झंडा और तख्तियां लेकर बैठ गए। इससे बिष्टुपुर की रास्तों पर जाम लग गया। आक्रोशित छात्रों ने दोपहर क्ख्.फ्0 बजे अचानक रोड जाम करने का निर्णय लिया। रोड जाम की सूचना मिलने पर सबसे पहले बिष्टुपुर थाना प्रभारी जीतेंद्र कुमार पहुंचे, लेकिन आक्रोशित छात्रों ने उनकी बात नहीं मानी। इसके बाद इसकी सूचना शिक्षा विभाग को मिली तो जिला शिक्षा उपाधीक्षक राजेंद्र प्रसाद, सिटी डीएसपी जसिंता केरकेट्टा व अन्य अधिकारी छात्रों को समझाने पहुंचे। किसी तरह विद्यार्थी परिषद के नेताओं व छात्रों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया गया। उसके बाद रोड जाम हटाया गया। करीब ब्भ् मिनट तक बिष्टुपुर मेन रोड जाम रहा। इस कारण बिष्टुपुर से गुजरने वाले वाहनों को रूट डायवर्ट करते हुए साकची की तरफ जाना पड़ा।

और बेहोश हो गया एक छात्र

उमस भरी गर्मी के कारण धरना दे रहा केएमपीएम का छात्र बिट्टू सिंह बेहोश हो गया। अन्य छात्रों ने उसे कॉलेज कैंपस में पहुंचाया। वहां पर उसके साथियों ने उसकी देखभाल की। करीब क्भ् मिनट के बाद छात्र को होश आया।

आज रांची जायेगा प्रितनिधिमंडल

केएमपीएम कॉलेज में हुए हंगामे के बाद सीसीआर डीएसपी जसिंता केरकेट्टा, जिला शिक्षा उपाधीक्षक राजेंद्र प्रसाद, एके मिश्रा, एबीवीपी के नेताओं और अन्य पैरेंट्स की उपस्थिति में बैठक हुई। इसमें तय हुआ कि केएमपीएम के प्रिंसिपल, दो पैरेंट्स, एबीवीपी के दो नेता, दो स्टूडेंट व शिक्षा विभाग का एक प्रतिनिधि मंगलवार को रांची जाकर जैक अध्यक्ष व शिक्षा सचिव से मिलेगा। केएमपीएम के मामले में जैक से पूरा आधिकारिक ब्यौरा लिया जाएगा। इस समझौते पर आंदोलन कर रहे छात्रों ने अपनी सहमति दी।

स्टूडेंट्स का आरोप माहौल बिगाड़ रहे प्रिंसिपल

समझौता वार्ता के दौरान सैकड़ों छात्रों ने केएमपीएम के प्रिंसिपल एके मिश्रा पर आरोपों की झड़ी लगा दी। छात्रों ने आरोप लगया कि सोमवार को कॉलेज कंपाउंड में हुआ आंदोलन प्रिंसिपल की देन है। छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रिंसिपल ने उन्हें गुंडे बोलवाकर पिटवाने की बात कही थी, इस कारण छात्र भड़क गए। छात्रों ने यह भी बताया कि प्रिंसिपल छात्रों को जबरन टीसी दिलवाना चाह रहे हैं और इसके एवज में प्रत्येक स्टूडेंट्स से ख्00 रुपए की डिमांड की जा रही है। हालांकि, प्रिंसिपल ने इन सभी आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उनपर लगे आरोप निराधार हैं।

पैरेंट्स ने कहा एग्जाम होना चाहिए

केएमपीएम कॉलेज में हंगामे के दौरान एक दर्जन से अधिक पैरेंट्स भी कॉलेज पहुंच गए। पैरेंट्स ने भी छात्रों की मांग को जायज बताते हुए कहा कि यह उनके बच्चों के फ्यूचर का सवाल है। छात्र सशंकित हैं। कॉलेज मैनेजमेंट कोई लिखित आश्वासन नहीं दे रहा है कि क्ख्वीं की परीक्षा हो पायेगी या नहीं। ऊपर से टीसी की बात भी कही जा रही है। पैरेंट मनोज मिश्रा ने बताया कि हम भी अपने बेटे के भविष्य को लेकर चिंतित है।

प्रिंसिपल बोले, क्0भ् कॉलेजों का मामला फंसा

केएमपीएम इंटर कॉलेज में हंगामे के बाद कॉलेज के प्रिंसिपल ने समझौता वार्ता के दौरान कहा कि यह मामला सिर्फ केएमपीएम कॉलेज के 7भ्0 छात्रों का नहीं है। यह मामला स्टेट लेवल का है। पूरे झारखंड में क्0भ् ऐसे कॉलेज हैं, जो केएमपीएम की तरह बिना मान्यता के हैं। कुल मिलाकर लगभग ब्0 हजार छात्र होंगे, जिन्हें क्ख्वीं की परीक्षा देनी है। इस पर राज्य सरकार को निर्णय लेना है। प्रिंसिपल ने कहा कि केएमपीएम के मामले में यह आश्वासन दिया गया है कि छात्रों की क्ख्वीं की परीक्षा किसी भी हालत में ली जाएगी।

थानेदार पर भड़का अभिभावक

बिष्टुपुर के थानेदार जीतेंद्र कुमार पर पैरेंट मनोज मिश्रा काफी भड़क गये। अभिभावक का आरोप था कि उनके बेटे को थानेदार ने अपशब्द कहा है। इस कारण वे इस मामले में थानेदार से बात करने पहुंचे हैं। जब छात्र ने अपने पिता को थानेदार को दिखाया और कहा कि इसी व्यक्ति ने मुझे गाली दी है। इस पर अभिभावक मनोज मिश्रा ने कहा कि आपने गाली क्यों दी। इस पर गरमा-गरम बहस हुई। बाद में सीसीआर डीएसपी जसिंता केरकेट्टा के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।