-यूसिल माइंस हादसे के शिकार परिजनों ने की मुआवजे की मांग

-ईस्ट सिंहभूम के तुरामडीह स्थित यूसिल माइंस में शनिवार को हुआ था हादसा

-11 बजे शाम तकरीबन 6 बजे तक टीएमएच कैंपस में होता रहा बवाल

-समझौतानामा पर हस्ताक्षर करने के बाद बवाल शांत हुआ

-कई बार हुई तनाव की स्थिति, स्थिति से निपटने के लिए मौजूद थी पुलिस

JAMSHEDPUR: ईस्ट सिंहभूम के तुरामडीह स्थित यूरेन्यिम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (यूसिल) माइंस के ख्भ्0 मीटर गहराई के प्लेटफार्म नंबर 7 में हुए भीषण हादसे में शनिवार को मारे गए लोगों के परिजनों को उचित मुआवजा तथा नौकरी देने को लेकर रविवार को टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) कैंपस में सात घंटे तक हो-हंगामा होता रहा। इस दौरान मृतक के परिजनों के साथ विभिन्न दल के नेता भी हंगामा मचाते रहे।

तैनात थी पुलिस

हॉस्पिटल कैंपस में सुबह करीब क्क् बजे शुरु हुआ बवाल कंपनी के वरीय अधिकारियों द्वारा तय समझौते पर हस्ताक्षर कर ने के बाद देर शाम तकरीबन म् बजे के आस-पास खत्म हुआ। मुआवजे की मांग को लेकर सात घंटों तक चले हो-हंगामा और बवाल के दौरान कई बार तनाव की स्थित उत्पन्न होती रही, जिसे संभालने के लिए सीसीआर डीएसपी जसंता केरकेट्टा, लॉ एंड ऑडर डीएसपी बीएन सिंह समेत कई थाना प्रभारी हॉस्पिटल में पुलिस बल के साथ जमे हुए थे। यूसील कंपनी के महा प्रबंध सीएच शर्मा, प्रबंधक जीसी नायक, अपर प्रबंधक जीसी नायक के समझौतानामा पर हस्ताक्षर करने के बाद परिजन और नेताओं द्वारा किया जा रहा बवाल शांत हुआ। इस दौरान मृतक के परिजनों के अलावा पूर्वी सिंहभूम जिले के सासंद विद्युत वरण महतो, पोटका जिले की विधायक मेनका सरदार, जिला परिषद अध्यक्ष बुलू रानी सिंह, जिला परिषद के उपाध्यक्ष राजकुमार सिहं, झामुमो के केन्द्रीय उपाध्यक्ष मोहन कर्मकार, समाजसेवी कान्हू सामद, बीजेपी के नेता रमेश हांसदा मौजूद थे।

यह हुआ समझौता

मृत मिलन कर्मकार की पत्नी को तत्काल प्रभाव से अस्थायी तौर पर ऑफिस कलर्क का पद स्कूल में दिया जायेगा तथा उनके पुत्र प्रियांशु के क्8 वर्ष पूर्ण होने पर यूसील माइंस कंपनी में योग्यता के आधार पर स्थायी नियुक्ति दी जायेगी। इसके लिए पढ़ाई का संपूर्ण खर्च कंपनी प्रबंधन द्वारा वहन किया जायेगा। मृतक के पुत्र को कंपनी प्रबंधन द्वारा स्थायी नौकरी से संबंधित प्रमाण पत्र फ्0 मई तक उपलब्ध कराया जायेगा। साथ ही मृत मिलन कर्मकार के परिजनों को वर्तमान बेसिस एवं डीए का सौ गुणा दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त ईपीएफ पूर्ण ग्रेच्यूटी एवं लीव इंनकैशमेंट का पूरा पैसा दिया जायेगा। इसके अलावा मृतक के परिवार को तत्काल आवंटित के बदले यूसील कंपनी द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने तक आवास को उसी आवास में रहने दिया जायेगा।

बेसिस एवं डीए का सौ गुणा

यूसील कंपनी के सेफ्टी मैनेजर सह सुपरवाइजर मृत सूरजकांत सिंह के परिजन को बतौर मुआवजा वर्तमान बेसिस एवं डीए का सौ गुणा दिया जायेगा। इसके साथ ही ग्रेच्युटी व लीव इनकैशमेंट का पूर्ण भुगतान किया जायेगा। साथ ही सूरज कांत के पुत्र राहुल शांडिल्य को एक महिने के अंदर जादूगोड़ा यूसिल कंपनी में असिसटेंट फोरमैन (जीओटी) के तहत स्थायी नियुक्ति की जायेगी। इसके अलावा मृतक को आवंटित आवास में उनके परिवार को स्थायी रूप से रहने दिया जायेगा। साथ ही मृतक को वर्तमान में मिल रही स्वास्थ सेवाओं का लाभ स्थायी रुप से मिलता रहेगा।