-कॉलेज प्रबंधन पर लगाया धोखाधड़ी का आरोप

JAMSHEDPUR: मेरीलैंड कॉलेज आफ इंजीनिय¨रग एंड टेक्नोलॉजी से सिविल इंजीनिय¨रग की परीक्षा पास कर चुके छात्र बुधवार को कॉलेज के मुख्य द्वार पर भूख हड़ताल पर बैठ गए। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन छात्रों के साथ धोखाधड़ी कर रहा है और नाजायज फीस वसूल रहा है। न देने पर छात्रों का मार्कशीट रोक ले रहा है। छात्रों का कहना है कि जब तक उन्हें मा‌र्क्सशीट नहीं मिलेगी, तब तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी। छात्रों के आंदोलन का स्थानीय लोगों ने भी समर्थन किया। कहा कि कॉलेज प्रबंधन की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी।

पुलिस को दी जानकारी

भूख हड़ताल करने की जानकारी छात्र राहुल कुमार ने गत सोमवार को गालूडीह थाना को लिखित रूप से दे दी थी। बुधवार को राहुल अपने साथी सुमित शर्मा, अमित सिंह, अमित कुमार, काशीनाथ मुर्मू, आकाश कुमार, मुकेश राम व आशीष कुमार के साथ भूख हड़ताल पर बैठ गया। जैसे ही कॉलेज प्रबंधक अशोक चौधरी को इसकी जानकारी मिली तो वे तुरंत मौके पर पहुंचे और छात्रों से बात करने की कोशिश की, लेकिन उनकी एक न सुनी और भूख हड़ताल पर डटे रहे। इसकी जानकारी जैसे ही उप प्रमुख श्रवण अग्रवाल, कांग्रेस नेता राखोहरि महतो, सीपीआइ नेता खुदीराम महतो, भाजपा नेता विश्वजीत पांडा, राजेश सा, समीर सी व शिपू शर्मा को मिली तो वे तुरंत कॉलेज पहुंचे और छात्रों की मांग को जायज ठहराते हुए उनके साथ बैठ गए। राहुल कुमार ने बताया कि वर्ष ख्0क्क् में पहले सेमेस्टर के बाद कॉलेज चेयरमैन मनोज चौधरी ने घोषणा की थी कि जो छात्र 80 प्रतिशत नंबर लाएगा या टॉप करेगा, उसकी फीस माफ कर दी जाएगी लेकिन कॉलेज प्रबंधन धोखे में रखकर मार्कशीट देने के समय क्.क्0 लाख रुपये फीस की मांग कर रहा है। कॉलेज प्रबंधन द्वारा किसी छात्र के एक दिन अनुपस्थित रहने पर उससे पांच हजार रुपये शुल्क वसूला जाता है।

हुई बहस

छात्रों की मांग को लेकर यहां राजनीतिक दलों के नेता कॉलेज प्राचार्य अनिल कुमार व प्रबंधक अशोक कुमार चौधरी के पास वार्ता करने पहुंचे। वार्ता के दौरान प्राचार्य व प्रबंधक फीस की मांग करते रहे लेकिन उचित कारण नहीं बता सके। फलस्वरूप काफी बहसबाजी भी हुई। अंत में नेताओं ने प्रबंधक को चेतावनी देते हुए कहा कि छात्रों के हित में फैसला लें, नहीं तो गुरुवार की सुबह कॉलेज गेट में ताला लगा दिया जाएगा।

कॉलेज ने दो सेमेस्टर की फीस माफ की है न कि पूरी फीस। भूख हड़ताल करें या कुछ भी लेकिन हर हाल में बकाया फीस देनी होगी। भूख हड़ताल के दौरान यदि छात्रों के साथ कुछ होता है तो इसके लिए कॉलेज प्रबंधन जिम्मेदार नहीं होगा। अभिभावक आएं और वार्ता करें।

-अनिल कुमार, प्रिंसिपल, मेरीलैंड इंजीनिय¨रग ऑफ टेक्नोलॉजी