ष्ट॥न्ढ्ढक्चन्स्न् : पश्चिम सिंहभूम में बंद खदान बहुत जल्द खुलने वाली है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो एक माह के भीतर खदानों में काम शुरू हो जाएगा। बालू घाट व खदानों का निरीक्षण करने चाईबासा पहुंचे खान सचिव अरुण कुमार ने इसके स्पष्ट संकेत दिए है। बुधवार को कोल्हान आयुक्त कार्यालय में बालू घाटों व खदानों में खनन कार्य की समीक्षा करने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए खनन सचिव ने कहा कि खदानों के मामले में भारत सरकार का पत्र 12 जनवरी को आ चुका है। अब एक माह के अंदर लीज का आवेदन करने वालों के कागजात को देखकर सभी बंद पड़ी लौह अयस्क की खदानें खोल दी जाएंगी। इसके लिए प्रत्येक दिन एक-दो खदान के आवेदन की जांच की जाएगी। सचिव ने स्पष्ट किया कि सरकारी नियमों पर जो भी कंपनी खरा उतरेगी उसे जल्द की लीज नवीकरण का प्रमाण पत्र मिल जाएगा। यह लीज 2030 तक रहेगी। उन्होंने कहा कि अवैध खनन को रोकने के लिए माइनिंग एरिया, ट्रांसपोर्ट व लौह अयस्क डंपिंग प्वाइंट की जांच की जाएगी ताकि किसी भी हाल में अवैध माइनिंग को रोका जा सके। सचिव अरुण कुमार ने कहा कि अवैध माइनिंग करते हुए पकड़ जाने पर गाड़ी को जब्त करने के साथ ही 5 वर्ष की सजा व 5 लाख रुपए जुर्माना भी लगाया जाएगा। इसके लिए जिले में टास्क फोर्स का गठन किया गया है। टास्क फोर्स में डीसी, एसपी, डीटीओ व डीएमओ, एसडीओ समेत अन्य पदाधिकारी शामिल रहेंगे। इसके अलावा उड़नदस्ता बल भी बनाया गया है जो अवैध खनन की सूचना मिलने पर तुरंत कार्यवाही करता है। बैठक में पता चला है कि चेकपोस्ट में लगा सीसीटीवी कैमरा बंद पड़ा है। उसे जल्द ठीक करने का निर्देश दिया गया है। खान सचिव कोल्हान प्रमंडल आयुक्त कार्यालय में बैठक करने के बाद नोवामुंडी व बड़ाजामदा में निरीक्षण करने गए। इस दौरान उन्होंने कुछ क्रशरों में जाकर पड़ताल की। साथ ही अयस्क लदे डंपरों के कागजात भी देखे। इस मौके पर उनके साथ जिला खनन पदाधिकारी अशोक कुमार रजक व जगन्नाथपुर एसडीओ संतोष कुमार सिन्हा भी मौजूद थे।