--GST के विरोध में बुधवार को बंद रहेंगी कपड़े की दुकानें

JAMSHEDPUR: कपडे़ को जीएसटी के दायरे में लाने के विरोध में कपड़ा व्यवसायियों ने गुरुवार को पूरे राज्य में अपनी-अपनी दुकानें बंद रखेंगे। यह निर्णय मंगलवार को जमशेदपुर थोक वस्त्र विक्रेता संघ की आपात बैठक में लिया गया। जुगसलाई स्थित टाटानगर गोशाला में हुई बैठक में संघ के उपाध्यक्ष अनिल मोदी ने कहा कि कपड़ा हर नागरिक की मूलभूत आवश्यकता है। इसी वजह से आज तक कपडे़ पर किसी प्रकार का टैक्स नहीं लगाया गया। पूर्व में वस्त्र निर्माण के समय ही इस पर एक्साइज ड्यूटी लगती रही है, लेकिन मिल से बाहर आने के बाद कपड़ा कर-मुक्त रहा है। पहली बार कपड़े को जीएसटी के दायरे में लाकर इस पर टैक्स लगाया गया है, जिससे कपड़ा व्यवसायियों के समक्ष संकट उत्पन्न हो गया है।

बताएंगे अपनी पीड़ा

बैठक में तय हुआ कि बंद के समर्थन में बुधवार को शाम सात बजे जुगसलाई बाटा चौक से स्टेशन रोड स्थित वीर कुंवर सिंह चौक तक मशाल जुलूस निकाला जाएगा। इसी क्रम में सभी व्यापारी कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल के जमशेदपुर पहुंचने पर ज्ञापन सौंपकर सहयोग का आग्रह करेंगे। व्यापारी सभी जन प्रतिनिधियों को ज्ञापन देकर अपनी पीड़ा से अवगत कराएंगे। बैठक को झारखंड चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के उपाध्यक्ष आलोक चौधरी, सिंहभूम चैंबर के उपाध्यक्ष नंदकिशोर अग्रवाल, महासचिव प्रभाकर सिंह नें भी बैठक को संबोधित किया। जमशेदपुर चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष मोहनलाल अग्रवाल ने कपड़ा व्यवसायियों के समर्थन में साकची से मशाल जुलूस निकालने का भरोसा दिलाया।

इनकी रही मौजूदगी

मीटिंग की अध्यक्षता पूर्व अध्यक्ष नवल किशोर बरनवाल, संचालन महासचिव प्रदीप बिदासरिया व धन्यवाद ज्ञापन दीनदयाल अग्रवाल ने किया, जबकि इसमें संरक्षक कैलाश काबरा, विमल जालान, बजरंगलाल भरतिया, अशोक सरायवाला, कमल किशोर लड्ढा, ब्रजकिशोर बरनवाल, मालीराम गढ़वाल, राजकुमार जैन, हरीश भाई, नरेश दवे, संजय सरायवाला, महेश सरायवाला, आलोक दादा, सेवाराम गुप्ता, बनवारी भरतिया, संतोष छापोलिया, अनिल छापोलिया, नरेश काबरा, पंकज पाडिया, राजकुमार सारस्वत, शिवचरण अग्रवाल, पुरुषोत्तम अग्रवाल, कमल लालवानी समेत कई कपड़े के व्यापारी मौजूद थे।