JAMSHEDPUR: गौपाल मैदान में चल रहे विदेशी फ्लावरों की जमशेदपुर के लोग डिमांड कर रहे हैं। आयोजकों से मिली जानकारी के मुताबिक फ्लावर शो में इस साल पांच लाख रुपये के फूल बिक चुके हैं। शहरवासी फूलों के साथ-साथ गमलों, बागवानी के सामान, और जैविक खाद और कीटनाशकों की भी खरीदारी कर रहे हैं। सोमवार को क्रिसमस होने से सबसे ज्यादा लोगों ने फूल खरीदे।

रोज आ रहे हजारों

फ्लावर शो को देखने के लिए हर दिन हजारों की संख्या में लोग आ रहे हैं। तीन दिनों में नर्सरियों से तीन लाख के फूलों के पौधे बिक चुके है। सोसायटी के महासचिव बिरेन महती ने बताया कि पहले ही दिन ब्0 हजार रुपये के टिकट बिके। प्रदर्शनी में दूसरे दिन भ्भ्000 हजार रुपये के टिकटों की बिक्री हुई। वहीं क्रिसमस के दिन सोमवार को भीड़ होने से 90 हजार रुपये के टिकट बिके। मंगलवार को प्रदर्शनी का समापन हो जाएगा। समापन अवसर पर हमारे जज द्वारा बेस्ट नर्सरी और मॉडलों को पुरस्कृत किया जाएगा। फ्लावर शो में आए फ्8 नर्सरियों के सुंदर फूल लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे है। फूलों का का खुमार लोगों में ऐसा दिखा कि लोग फूलों को खरीदकर घरों में लगाने के लिए बेताब दिखे। इनमें से कुछ फूल सिर्फ सर्द मौसम में ही खिलते हैं।

विदेशी फूलों की बढ़ी डिमांड

फ्लावर शो में देश के साथ ही विदेशी फूलों की धूम देखने को मिली। प्रदर्शनी में ज्यादातर फूल चाईना, थाईलैंड, डेनमार्क, हॉलैंड से आए है। विदेशी फूलों की शहर में अच्छी-खासी मांग है। पांडा नर्सरी के ओनर सत्यजीत पांडा ने बताया की यहां शहर के लोगों को पौधों और बागवानी से प्यार है। जिससे प्रति वर्ष लगने वाले मेले में लोग आते है और फूलों के पेड़ खरीदकर ले जाते है।

ट्रेरेरियम फूल है सबसे अलग

पालिश्री नर्सरी में इस बार चाईना ट्रेरेरियम फूल लाए गए है.जो सबसे-अलग है। इसकी विशेषता यह है कि इस पौधे को बिना मिट्टी के शीशे बॉल में रख सकते है। इस पौधे को रहने के लिए पानी तथा प्रकाश की जरुरत होती है।

थाईलैंड फूलों की मांग

थाईलैंड की एग्लोलेमा, ब्लेक ड्रेसीना, इन फूलों की काफी मांग है। पालिश्री ने बताया है। एग्लोलेमा फूलों की खासियत यह है की यह पौधे में बहुत से कलर के फूल लगे रहते है। घर सजाने के लिए थाईलैंड के हेन्गगिंग फूल की मांग की काफी है। थाईलैंड से मंगाए गए आरकिट को पौधों में वर्ष में तीन बार फूल खिलते हैं। एक बार फूल खिलने से यह फूल एक से दो माह तक पौधे में ही रहते हैं। यह जल्दी झड़ते नहीं हैं। जिसके कारण इन पौधों की बिक्री भारत में अधिक होती है।

डेनमॉर्क के फूल बढ़ा रहे है शोभा

हेवीसकश के फूल लोगो को काफी पसंद आ रहे है। इसकी डिफरेन्ट कलर लोगो को काफी पसंद आ रहे है। शहर में के पौधे तो हैं लेकिन इन पौधों में सिर्फ लाल पीला रंग के ही फूल खिलते हैं। जो पौधे डेनमार्क से मंगाए जाते हैं उसमें क्भ् प्रकार के रंग खिलते हैं। यह पौधे वही नर्सरी के मालिक मंगा सकते हैं। जिनके पास अपना ग्रीन हाउस होता है और एक लाख हेविकस के पौधे लेने पर ही डेनमार्क से यह पौधे भारत आते हैं। ब्राजील से हाईब्रिड के केलेचो मंगाए जाते हैं। इसमें पांच से छह रंग के फूल खिलते हैं। वहीं बेनजेलियोए केमेलियोए व पोनसेलियो के पौधे वर्ष भर खिलते हैं। लेकिन इसमें फूल जाड़े में ही आते हैं।

हॉलैंड के फूलों से बनाएं गुलदस्ता

हालैंड से आए लिलीयम के फूल लोगो को काफी भा रहे है। इसे गुलदस्ता हम सजा सकते है। यह जल्द मूरझाती है। हालैंड से मंगाए गए लिलियम के बीच पूरे भारत में सिर्फ बंगाल के पल्ली श्री नर्सरी के संचालक डॉ डी चौबे ही मंगवाते हैं और पूरे भारत में वे ही सप्लाई करते हैं। इस फूल की खासियत यह है कि इसमें ख्भ् रंगों के फूल होते हैं जिसका उपयोग बुके, गुलदस्ता में लगाने के लिए किया जाता है।

रेट चार्ट

एग्लोलेमा - ख्भ्0 रुपए

ब्लेक ड्रेसीना -ख्भ्0 रुपए

हेवीसकश - क्ख्0 रुपए

ट्रेरेटियम - फ्00 रुपए

ओरकिट - ख्भ्0 रुपए

हेन्गींग फ्लावर - क्ख्0 रुपए

पहले की अपेक्षा इस साल का रिसपांस काफी अच्छा है। लोगो को ज्यादातर विदेशी फूल पसंद आ रहे है। इस साल लोगो जोर शोर पुरी खरिदारी कर रहे है। जमशेदपुर शुरु से फूलों से प्यार कराता रहा है। सबसे ज्यादा हेन्गींग फ्लावर की बिक्री हो रही है।

-डॉ डी चौबे, पल्ली श्री नर्सरी

शहर में फूलों को लेकर शौक बढ़ा है जिसको लेकर फूलों की बिक्री शहर में काफी हो गई है। लोग फूल तो ले जा रहे है पर सही ढंग से रख रखाव ना होने के वे ज्यादा नही दिन नही रह पाते है। फूलों में ज्यादा पानी ना डालें यह फूलों को काफी नुकशान पहूंचाते है। नियमित रुप से उसमें पानी डाले ज्यादा पानी डालने से वे खराब हो जाते है।

-सत्यजीत पांडा, पांडा नर्सरी