-जमशेदपुर पुलिस ने एक महिला सहित तीन धंधेबाजों को किया गिरफ्तार

-गिरोह ने बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडि़शा और झारखंड के सैकड़ों बेरोजगारों को लगाया है चूना

-नौकरी दिलाने के नाम पर प्रत्येक कैंडीडेट से वसूले जाते थे 2 लाख 15 हजार रुपए

JAMSHEDPUR: नौकरी के लिए आपके सेल फोन पर कभी कोई कॉल तो थोड़ा अलर्ट हो जाएं। ठग सैकड़ों बेरोजगारों को चूना लगा रहे हैं। जमशेदपुर पुलिस ने शुक्रवार को एक ऐसे ही ठगी की दुकान चलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस को आशंका है कि यह गिरोह बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडि़शा और झारखंड के सैकड़ों बेरोजगारों को नौकरी का सपना दिखा कर ठगी की है। सिटी एसपी चंदन कुमार झा ने बताया कि एक कैंडीडेट से ख् लाख क्भ् हजार रुपए की उगाही हुई है। फिलहाल इन्होंने कितने लोगों को चूना लगाया है पुलिस इसका पता लगा रही है। पुलिस ने गिरोह के पास से काफी मात्रा में फर्जी कॉल लेटर, ज्वाइनिंग लेटर, बैंक चालान, लेन-देन से संबंधित रसीद सहित कई दस्तावेज बरामद की है। इस मामले में पुलिस ने एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार ि1कया है।

प। बंगाल से दो और एक आरोपी टेल्को से अरेस्ट

पुलिस ने ठग गिरोह में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया। गिरोह में एक महिला भी शामिल है। महिला पॉली दास और राजू रविदास को पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले से गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीसरे आरोपी देवेंद्र कुमार शर्मा की गिरफ्तारी टेल्को थाना क्षेत्र के लक्ष्मी नगर से हुई है। आरोपियों के पास से फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, टाटा पिगमेंट कंपनी का लेटर पैड, बैंक चालान, रिसिविंग समेत नौकरी देने से संबंधित काफी संख्या में दस्तावेज मिले हैं। फिलहाल पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है। यह जानकारी सिटी एसपी चंदन कुमार झा और जुगसलाई थाना प्रभारी एके गिरि ने मीडिया को दी। गिरफ्तारी के बाद सभी आरोपियों को मीडिया ट्रायल के लिए एसपी ऑफिस में पेश किया गया था।

देशभर में फैला है नेटवर्क

टाटा पिगमेंट में जॉब दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले इस गिरोह का देशभर में नेटवर्क फैला हुआ था। गिरोह का मुख्यालय कोलकाता के दममद में है। पुलिस को सूचना मिली है कि दमदम स्थित दफ्तर का देखरेख भास्कर मंडल और सुखेन बर्मन नाम का व्यक्ति करता है। फिलहाल पुलिस को उनकी तलाश है।

फंसाते थे बेरोजगारों को

पुलिस ने बताया कि बेरोजगारों को फोन कॉल के थ्रू टाटा पिगमेंट कंपनी में कंप्यूटर ऑपरेटर कम डाटा इंट्री ऑपरेटर पोस्ट के लिए का ऑफर दिया जाता था। झांसे में आते ही बेरोजगारों को बैंक चालान के थ्रू पेमेंट करने की बात कही जाती थी। एक कैंडीडेट से पहली दफा क्भ्00 रुपए वसूले जाते थे। इसके बाद कैंडीडेट्स को ई-मेल के थ्रू ऑफर लेटर भेजा जाता था। ऑफर लेटर मिलने के बाद ज्वाइनिंग लेटर देने की बात कही जाती थी। ज्वाइनिंग लेटर देने के एवज में एक कैंडीडेट से ख् लाख क्भ् हजार रुपए वसूले जाते थे।

मिले दस्तावेज

सिटी एसपी ने बताया कि पश्चिम बंगाल राजपुर के सुदीप घोष, समीर प्रमाणिक, सुब्रतो सिंघा और सुभाष बर्मन से ठगी करने के पुख्ता सबूत पुलिस को मिले हैं। उनके नाम से जारी फर्जी ज्वाइनिंग लेटर और पेमेंट की रिसिविंग को पुलिस ने जब्त कर लिया है। इसके अलावा काफी संख्या में नौकरी देने से संबंधित फर्जी दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे हैं। पुलिस फिलहाल जानकारी इकट्ठा कर रही है कि गिरोह ने कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया है।

कैंडीडेट्स की शिकायत पर हुआ खुलासा

प। बंगाल के उत्तर दिनाजपुर (पड़हाजपुर थाना क्षेत्र) निवासी सुभाष बर्मन की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की। सुषाष का आरोप था कि पॉली दास, देवेंद्र शर्मा और राजू रविदास ने टाटा पिगमेंट में नौकरी दिलाने के नाम पर दर्जन भर परिचितों के साथ ठगी की है। सुभाष का आरोप था कि नौकरी दिलाने के एवज में एक कैंडिडेट्स से दो लाख क्भ् हजार रुपए लिए गए हैं।

बैंक अकाउंट सीज

सिटी एसपी ने बताया कि गिरोह में वसूली बैंक अकाउंट के थ्रू की जाती थी। कई बैंकों के थ्रू पैसा मंगाने की जानकारी पुलिस को हाथ लगी है। फिलहाल सभी अकाउंट्स को पुलिस ने सीज कर लिया है।

टाटा पिगमेंट कंपनी में कंप्यूटर ऑपरेटर के पोस्ट पर जॉब दिलाने के नाम पर ठगी की गई है। पुलिस ने गिरोह का पर्दाफाश कर लिया है। गिरोह के दफ्तर से फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, टाटा पिगमेंट कंपनी का लेटर पैड सहित अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। इस संबंध में जुगसलाई थाना में ख्भ् जून को धोखाधड़ी और ठगी करने का मामला दर्ज किया गया है।

-चंदन कुमार झा, सिटी एसपी, जमशेदपुर