-बजट प्रस्तावों में ज्वेलरी पर एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाने का कर रहे विरोध

-शुरुआत साकची से, भालूबासा, सिदगोड़ा, बारीडीह, टेल्को, गोविंदपुर और गोलमुरी का भ्रमण किया

JAMSHEDPUR: बजट प्रस्तावों में ज्वेलरी पर एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क फिर से लगाए जाने और दो लाख रुपये से अधिक के लेन-देन पर पैन नंबर का उल्लेख अनिवार्य किए जाने के विरोध में चल रहे आभूषण व्यापारियों के आंदोलन में शनिवार को व्यापारियों ने मोटरसाइकिल रैली निकाली। रैली साकची से शुरू हुई। इसमें दर्जनों बाइक पर सवार व्यापारियों साकची, भालूबासा, सिदगोड़ा, बारीडीह, टेल्को, गोविंदपुर और गोलमुरी आदि क्षेत्रों का भ्रमण किया और आंदोलन के बारे में लोगों को जानकारी दी। शाम को बिष्टुपुर डायगनल रोड में सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ करके बजरंगबली से प्रार्थना की, कि सरकार को सद्बुद्धि दें ताकि सरकार एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क और इंस्पेक्टर राज से आभूषण कारोबारियों को मुक्ति दिलाए। व्यवसायियों ने कहा कि केंद्र सरकार के आम बजट में किए गए प्रावधानों से ज्वेलरी व्यवसायियों को भारी नुकसान होगा और कारोबारियों को इंस्पेक्टर राज का सामना करना पड़ेगा। केंद्र सरकार पुन: जेम्स एवं ज्वेलरी व्यवसाय में परमिट राज की स्थापना करने जा रही है, जिसके विरोध स्वरूप यह आंदोलन किया जा रहा है।

आज भी निकलेगी रैली

रविवार को जुगसलाई, कदमा, सोनारी और मानगो में बाइक रैली निकाल कर लोगों को आंदोलन के बारे में जानकारी दी जाएगी। आंदोलन में जमशेदपुर ज्वेलर्स एसोसिएशन, बंगभाषी स्वर्णकार संघ, स्वर्णकार विकास मंच, विश्वकर्मा कारीगर संघ, अखिल भारतीय स्वर्णकार समाज विकास एवं शोध संस्थान के प्रतिनिधियों में विपिन अडेसरा, मनोज अडेसरा, चेतन अडेसरा, दीपक अडेसरा, रूपेश रानपारा, अनिल अग्रवाल, मिलन अडेसरा, स्वर्णकार विकास मंच के अध्यक्ष रंजीत बर्मन, रितेश बर्मन, ब्रह्मानंद, किशोर कुमार वर्मा, पंकज कुमार बर्मन, महेंद्र वर्मा, राजू बर्मन, शंकर लाल, मोहन प्रसाद, शिव शंकर प्रसाद, उदय प्रसाद आदि शामिल थे।

परेशान हैं लोग

इस समय शादी-व्याह का सीजन चल रहा है। इसी में आभूषण व्यवसायियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है और पिछले चार दिनों से अपनी दुकानें बंद रखी हैं। अभी और कितने दिनों तक आभूषण की दुकानें बंद रहेंगी, कहा नहीं जा सकता। ऐसे में जिनके घरों में शादी-व्याह है, वे लोग खासे परेशान हैं। गहनों की खरीदारी कैसे हो, उनके लिए यह बहुत बड़ा सवाल है। फिलहाल उनके इस सवाल का जवाब किसी को नहीं सूझ रहा है। यह आंदोलन कब तक चलेगा और दुकानें कब तक बंद रहेंगी, इसका निर्णय जेम्स एवं ज्वेलरी फेडरेशन (जीजेएफ) करेगा। फेडरेशन इस बात पर अडिग है कि जब तक सरकार मांगें मान नहीं लेती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। चूंकि यह देशव्यापी आंदोलन है, इसलिए दूसरे शहर से भी गहनों की खरीदारी संभव नहीं है।