-प्रदेश के सभी बड़े पुलिस अधिकारी हुए शामिल

-अगले चार महीने पुलिस के खली पदों पर होगी बहाली

JAMSHEDPUR: राज्य की पुलिस व्यवस्था में सुधार के लिए डीजीपी डीके पांडेय ट्यूब मेकर्स क्लब में बैठक की। इसमें राज्य के सभी आला पुलिस अधिकारी शामिल हुए। बैठक के बाद डीजीपी ने कहा कि उनकी राज्य में इस तरह की पहली बैठक है। उन्होंने कहा कि पुलिस व्यवस्था को सुधारने के लिए विभिन्न मामलों में एक से चार माह तक का समय दिया गया है। उन्हें बताया कि थाना में भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था लागू हो, ताकि आम लोग निर्भिक होकर थाना आएं। हर मामले का निष्पादन जल्द से जल्द हो। डीजीपी ने कहा कि लोगों के मन पुलिस के प्रति गलत धारणाएं हैं, उन्हें बदलने की जरूरत है। पुलिस कर्मियों की प्रशिक्षण की जरूरत पर डीजीपी ने कहा कि बेशक इसमें झारखंड पिछड़ गया है, लेकिन इसके लिए मुसाबनी में अत्याधुनिक पुलिस प्रशिक्षण संस्थान बन रहा है, जहां पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके अलावा हजारीबाग के पुलिस प्रशिक्षण केंद्र को अपग्रेड किया जा रहा है।

छेड़खानी रोकेगा शक्ति एप

डीजीपी ने कहा कि राज्य में हर नागरिक सुरक्षित रहें और कानून व्यवस्था बहाल हो इसके लिए कई कार्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्कूलों, घरों या अन्य स्थानों पर बच्चियों से होने वाले छेड़छाड़ को रोकने के लिए राज्य में जल्दी ही ऑपरेशन निर्भीक शुरू किया जा रहा है। डीजीपी ने कहा कि महिलाओं के साथ होनेवाली छेड़खानी रोकने के लिए शक्ति एप तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही यह काम करने लगेगा। यह महिला सुरक्षा के लिए कारगर साबित होगा। उन्हाेंने बताया कि शक्ति एप को महिलाएं अपने फोन पर डाउनलोड कर सकती हैं। इसके बाद यदि उनके साथ छेड़खानी, छिनतई या अन्य घटना घटती है तो तत्काल शक्ति एप पर क्लिक करते ही पुलिस कंट्रोल रूम में उनका लोकेशन दिखने लगेगा। लोकेशन मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच कर अपराधी को कब्जे में ले लेगी। उन्होंने कहा कि पुलिस सभी लेटेस्ट टेक्नलोजी का इस्तेमाल करने जा रही है।

दो पहाडि़या बटालियन का गठन

पुलिस महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए कारगर कदम उठा रही है। राज्य की महिलाओं को किसी भी थाना में जाने पर कोई हिचक न हो इसके लिए मार्च ख्0क्म् तक सभी थानों में महिला पुलिस की व्यवस्था हो जाएगी। यही नहीं महिलाओं के लिए अलग से थाने खोले जा रहे हैं, ताकि महिलाएं निर्भीक होकर अपनी बात कह सकें। डीजीपी ने कहा कि राज्य में दो पहाडि़या बटालियन का गठन करने जा रही है। इस बटालियन में आदिम जनजाति के लोग बहाल होंगे। इसके गठन से दूर-दराज जंगलों और पहाड़ों के बीच रहने वाले लोगों में कानून के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और उनका विकास भी हो सकेगा। डीजीपी ने बताया पुलिस विभाग के रिक्त पदों पर जल्दी ही नियुक्ति होगी। उन्होंने कहा कि अगले चार महीने में कांस्टेबल के अलावा अन्य पदों पर बहाली होगी।

इनकी रही मौजूदगी

मौके पर एडीजीपी एसएन प्रधान और सीआईडी की आईजी संपत मीणा, एडीजी अनिल पाल्टा, एडीजी अनुराग गुप्ता, आईजी मुख्यालय एमएस भाटिया के अलावा कोल्हान डीआईजी आरके धान, एसपी चाईबासा माइकल राज एस, जमशेदपुर एसएसपी अनूप टी मैथ्यू, सिटी एसपी चंदन झा, एसपी ग्रामीण शैलेंद्र कुमार, एसपी सरायकेला इंद्रजीत महथा सहित डीएसपी और कई थानेदार मौजूद थे।