-एसीसी कारखाना के ठेका मजदूरों के साथ बातचीत हुई

CHAIBASA: झारखंड जेनरल कामगार यूनियन के अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा ने एसीसी कारखाना के ठेका मजदूरों के साथ बातचीत की। इसमें मजदूरों ने कहा कि प्रबंधन पुलिस प्रशासन के सहयोग से कुछ मजदूरों को जबरन घर से लाकर काम करवा रहा है, जबकि मजदूर काम करना नहीं चाह रहे हैं। लो¨डग लेबर को 570 रुपये दिये जाने और बीआरएस मजदूर होने के बावजूद काम कर रहे हैं। बाकी सारे मजदूर हड़ताल पर हैं। हड़ताल से कंपनी को अब तक करोड़ों का नुकसान हो चुका है। प्रबंधन द्वारा अनलो¨डग मजदूरों को बार-बार काम पर आने के लिए कहा जा रहा है।

जताया आक्रोश

बैठक में मजदूरों का आक्रोश प्रकट करते हुए निर्णय लिया कि बेकसूर मजदूरों को रिहा नहीं किया जाएगा तो हड़ताल जारी रहेगी। मौके पर जॉन मिरन मुंडा ने कहा कि आज देश में इमरजेंसी का 40वां वर्ष को याद कर रहा है, लेकिन हम एसीसी झींकपानी के मजदूर और जमीन मालिक इमरजेंसी की स्थिति से गुजर रहे हैं। प्रबंधन के इशारे पर पुलिस प्रशासन काम कर रहा है। मजदूरों एवं रैयतों की जायज मांगों को दबाया जा रहा है। जब तक सरकार द्वारा बातचीत की पहल नहीं होती है और बेकसूर को रिहा नहीं किया जाता है, हड़ताल जारी रहेगी।

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चार स्थायी वारंटी भेजे गए जेल

NOWADIH: नोवामुंडी पुलिस ने स्थानीय थाने में पिछले कई दिनों से विभिन्न मामले को लेकर फरार चल रहे स्थायी वारंटी के आधार पर छापामारी कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इनमें लखनसाई के प्रफुल्ल दास पान उ़र्फ मनोज, गुंडीजोड़ा के रोया हेम्ब्रम व महूदी मुंडासाई के मनोज लागुरी, रविकांत लागुरी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों के नाम पर स्थायी वारंट जारी हुआ था। गुरुवार रात को छापामारी कर इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।