-दो अपराधी गिरफ्तार, पिस्तौल और कारतूस जब्त

-जेल में बंद लूल्हा गिरोह के छोटे प्रसाद ने रची थी हत्या की साजिश

JAMSHEDPUR: जुगसलाई थाना प्रभारी अशोक कुमार गिरि की सक्रियता के कारण उलीडीह थाना क्षेत्र के दोहरे हत्याकांड के मुख्य गवाह की रविवार की सुबह क्क् बजे हत्या की योजना विफल हो गई। इसकी साजिश घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंद परसुडीह थाना के कीताडीह निवासी छोटे प्रसाद ने रची थी। जो शहर में आतंक मचा रखने वाले सिवान के अपराधी लूल्हा (मुठभेड़ में मारा गया) गिरोह का मुख्य सहयोगी रहा है। पुलिस ने उसके दो सहयोगी राजू दास और गणेश तिवारी को रविवार की सुबह जुगसलाई रेलवे फाटक गोलचक्कर के पास पिस्तौल और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने एक बाइक भी रिकवर की है। दोनों आरोपी बागबेड़ा बस्ती के रहने वाले हैं। मुख्यालय-ख् के डीएसपी अमर कुमार पांडेय ने सोमवार को जुगसलाई थाने में पत्रकारों को बताया कि छोटे प्रसाद ने सिवान के अपराधी लूल्हा और उसके सहयोगियों को संरक्षण दे रखा था और उसकी निशानदेही पर लूल्हा गिरोह ने शहर में लूटपाट, फाय¨रग और हत्या को अंजाम दिया।

दोनों इंडिगो लूट मामले में भी जेल जा चुके हैं

जुगसलाई गोलचक्कर से दबोचे गए बागबेड़ा निवासी राजू दास जेल में बंद छोटे प्रसाद के सहयोगी रहे हैं और दोनों बहरागोड़ा में इंडिगो लूट मामले में जेल जा चुके हैं। दोहरे हत्याकांड में गवाही होने से परेशान छोटे प्रसाद ने गवाह की हत्या करने की योजना बनाई थी। इसके लिए अपने सहयोगी राजू दास और गणेश तिवारी को तैयार किया। राजू दास ने मोबाइल पर छोटे प्रसाद से बातचीत की।

छोटे ने राजू दास से जेल से की डीलिंग

छोटे ने राजू दास से फोन पर पूछा कि हथियार है न राजू ने कहा कि देशी कट्टा है। नाइन एमएम चाहिए। छोटे ने कहा कि हथियार मिल जाएगा तुम तैयार हो जाओ। हत्या में देशी कट्टा का ही उपयोग करना। इससे गोली लगने से मौत निश्चित है। अगर भीड़ से घिर गए तो नाइन एमएम से फाय¨रग करते हुए निकल भागना। गवाह कहां मिलेगा और उसका नाम और पता भी बता दिया। नाइन एमएम कहां से मिलेगा। वह बता देगा।

रविवार की अहले सुबह हत्या करने जा रहे थे

हत्या का दिन रविवार तय किया गया। राजू और गणेश तिवारी पूरी तैयारी से बाइक पर सवार होकर बागबेड़ा से जुगसलाई गोलचक्कर पर पहुंचे। दोनों छोटे के कहे जाने पर उस व्यक्ति का इंतजार कर रहे थे जो नाइन एमएम उपलब्ध कराने वाला था। गोपनीय सूचना पुलिस को मिल गई और दोनों दबोच लिए गए।

उलीडीह में युवक और युवती की कर दी गई थी हत्या

क् जनवरी ख्0क्ब् को माया साव उर्फ माया भगत उर्फ लूल्हा और उसके सहयोगियों ने उलीडीह थाना के शंकोसाई स्थित लक्ष्मीनगर में बैजू प्रसाद उर्फ रोशन प्रसाद और शंकुतला उर्फ बेबी मिश्रा के घर के सामने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद गिरोह ने जुगसलाई और परसुडीह समेत कई इलाके में लूटपाट और फाय¨रग की थी। गिरोह का मुख्य सहयोगी कीताडीह जयप्रकाश कॉलोनी निवासी छोटे प्रसाद पुलिस की गिरफ्त में आ गया। जबकि अन्य सहयोगी पिंटू गुप्ता कोलकाता से दबोचा गया। क्म् अप्रैल ख्0क्ब् को लूल्हा को उलीडीह में पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था।