JAMSHEDPUR: कदमा थाना क्षेत्र रामनगर रोड नंबर तीन के जयंती अपार्टमेंट बी ब्लॉक फ्लैट निवासी नर्स अनीता कुमारी की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया। नर्स की हत्या का आरोपित कोई और नहीं बल्कि उसके प्रेमी बागबेड़ा कॉलोनी निवासी की नाबालिग पुत्र है जिसे पुलिस ने पकड़ लिया। वह बिष्टुपुर के एक प्रतिष्ठित इंग्लिश मीडियम स्कूल में 11वीं का स्टूडेंट है। मामले की जानकारी मुख्यालय दो के डीएसपी अर¨वद कुमार और कदमा थाना प्रभारी राजेश कुमार ने मंगलवार को कदमा थाना परिसर में देते हुए किशोर ने बताया नर्स के साथ पिता के लिव इन रिलेशनशिप के कारण माता-पिता में हमेशा झगड़ा होता था। मारपीट होती थी जिसके कारण वह परेशान रहता था। मन में पीड़ा होती थी और हमेशा तनाव में रहता था। पास-पड़ोस के लोग भी हल्ला-गुल्ला सुनते थे। पिता उन सभी से दूर होते जा रहे थे। उसे लगता था इसकी वजह नर्स ही है। उसे समझा-बुझाकर पिता से अलग करने का मन बनाया। प्रयास के बावजूद नर्स पिता का साथ छोड़ने को तैयार नहीं हो रहे थे।

31 दिसंबर की घटना

इस कारण 31 दिसंबर की सुबह उसने नर्स की गला दबाकर हत्या कर दी। किचन में रखे चाकू से गला में जगह-जगह घोंप दिया। सेनेटाइजर गिरा आग लगा दी। हड़बड़ाते हुए वहां से निकला और मुख्य दरवाजे को लॉक कर दिया। फ्लैट से नीचे उतरने के बाद कदमा स्थित पेट्रोल पंप पर बाइक में ईंधन भराया और बड़े आराम से घर की ओर निकल पड़ा। इसकी भनक तक स्वजनों को नहीं लगने दी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने सैनिटाइजर, ग्लब्स, स्कूटी, पीठू बैग और अन्य सामान बरामद किया।

गौरतलब है अनिता शर्मा का शव पुलिस ने उसके बंद फ्लैट से 31 दिसंबर की रात बरामद किया था। उसके सिर के बाल जले थे। उसका गला रेता गया था। नर्स के भाई परसुडीह निवासी मनोज कुमार शर्मा की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ कदमा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पुलिस ने एक जनवरी को घटनास्थल से एक चाकू, गैस लाइटर, मोबाइल, युवती के जले कपड़े समेत कुछ अन्य प्रदर्श बरामद किए थे।

देख लिया था घर

पुलिस को नाबालिग ने बताया अनीता कुमारी कुछ दिन पहले पटना गई थी। पिता को स्कूटी दे दिया था। 26 दिसंबर को नर्स के आने पर पिता स्कूटी वापस करने नर्स के घर पर गए थे। उसने नर्स का घर देख लिया था। 31 दिसंबर की सुबह छह बजे घर से अपनी स्कूटी लेकर निकला। नर्स के घर पर गया। गाड़ी में पेट्रोल भराने को रुपये मांगा। पहले नर्स ने रुपये देने से इंकार कर दिया। उल्टा-सीधा कहा। काफी गिड़गिड़ाया तब नर्स ने उसे बैठाया। नर्स रुपये लाने अंदर चली गई। उसने नर्स को पिता से अलग हो जाने का आग्रह किया। पारिवारिक कलह होने की जानकारी दी। बावजूद नर्स पिता को साथ छोड़ने को तैयार नहीं हुई। नर्स ने कहा किसी भी हालत में पिता को नहीं छोडेंगी। दोनों के बीच धक्का-मुक्की होने लगी। उसने नर्स को पीछे से पकड़ लिया। मुंह पर एक हाथ रखा और दूसरे हाथ से गला दबा दिया और हत्या के बाद भाग निकला।

ऐसे मिला सुराग

नर्स की हत्या होने की जानकारी उसके प्रेमी ने ही पुलिस को दी थी। सबकी निगाह उस पर थी। हत्या की शंका उस पर ही जताई जा रही थी। मृतका के भाई ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी, लेकिन प्रेमी पर हत्या की शंका जाहिर की थी। पुलिस पूछताछ करती रही। कुछ हाथ नहीं लगा। मोबाइल के काल डिटेल निकाली गई। बावजूद कुछ नहीं निकला। पुलिस ने प्रेमी के पारिवारिक पृष्ठभूमि को खंगाला। पता लगा नर्स को लेकर परिवार में विवाद होता था। प्रेमी का बेटा मां का हमेशा पक्ष लेता था। बस इतनी जानकारी ने ही पुलिस को हत्या आरोपित तक पहुंचा दिया। चार जनवरी को पुलिस नर्स की प्रेमी के पुत्र को लेकर थाना आई। शुरुआत में नाबालिग ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन कड़ाई से पूछताछ के बाद वह टूट गया और सारी कहानी बता दी।

छह साल से थे लिव-इन में

किशोर के पिता के साथ नर्स अनीता कुमारी छह साल से लिव-इन-रिलेशनशिप में रह रही थी। कुछ माह पहले दोनों ने विवाह कर लिया था, जबकि नर्स का प्रेमी पहले से शादीशुदा है। साथ ही च्सके दो बच्चे भी हैं जिसमें बेटे की उम्र 16 साल और बेटी की उम्र 14 साल है। शादी के 20 साल हो चुके हैं।