चेंज हो रहा है trend

गायनेकोलॉजिस्ट डॉ वनिता सहाय बताती हैं कि पहले 21 से 25 साल के बीच ज्यादातर महिलाएं मां बन जाती थीं, लेकिन ट्रेंड चेंज हो रहा है। उन्होंने कहा कि उनके पास आने वाले प्रेग्नेंसी के केसेज में करीब 50 परसेंट महिलाओं का एज 30 से 40 साल के बीच होता है। गायनेकोलॉजिस्ट डॉ कारमेला कुजूर भी कुछ इसी तरह की बात कहती हैं। उनके मुताबिक अपर क्लासेज में लेट प्रेग्नेंसी के मामले बढ़ रहे हैं। इसके पीछे लेट मैरिज, करियर बनाने की चिंता जैसी वजहें हो सकती हैं।

IVF का ले रहे सहारा
डॉ वनिता सहाय ने 50 साल की उम्र में कुछ महिलाओं के प्रेग्नेंट होने के केसेज बताए। हालांकि इनमें से कुछ नॉर्मल प्रेग्नेंसी के मामले थे। उन्होंने बताया कि ज्यादातर मामलों में 40 साल की उम्र के बाद मां बनने के लिए आईवीएफ जैसे तरीके का सहारा लेना पड़ता है। 40 साल की उम्र के बाद कंसेप्शन में प्रॉŽलम होती है। ऐसे में कई महिलाएं इस एज के बाद आईवीएफ के जरिए मां बनने के लिए आती हैं। पिछले कुछ सालों में स्टेट में भी एज स्पेशिफिक फर्टिलिटी रेट (एक साल में किसी स्पेशिफाइड एज ग्र्रुप में प्रति हजार वीमेन लाइव बर्थ की संख्या) में तेजी से बदलाव आया है। 20 से 24 साल के हाई फर्टिलिटी एज ग्र्रुप में फर्टिलिटी रेट में जहां कमी देखने को मिल रही है, वहीं 30 से 34 एज ग्र्रुप में फर्टिलिटी रेट बढ़ा है। 2005 में जहां 20 से 24 साल एज ग्र्रुप में फर्टिलिटी रेट 249.3 था, 2009 में वो घटकर 220.0 हो गया। इसी तरह 30 से 34 एज ग्र्रुप में 2007 में जहां फर्टिलिटी रेट 95.1 था, वहीं 2009 में बढक़र 108.8 हो गया।

बढ़ रही है शादी की उम्र
देशभर में लेट मैरिज का ट्रेंड भी तेजी से बढ़ रहा है। बात अगर झारखंड की करें तो 2005 में 18 से 20 एज ग्र्रुप में महिलाओं की शादी का परसेंटेज 56.2 था, जबकि 2009 में ये घटकर 50.3 हो गया है। बात 21 साल के बाद शादी की करें ये परसेंटेज 2005 के 24.5 के स्तर से बढक़र 2009 में 35.6 हो गया। रुरल एरियाज के कंपैरिजन में अर्बन एरिया में लेट मैरिज का ट्रेंड ज्यादा बढ़ा है। 2005 में स्टेट के रुरल एरियाज में 21 साल के बाद गल्र्स की शादी का परसेंटेज 25.7 था, वहीं अर्बन एरियाज में ये परसेंटेज 79.1 देखा गया।

'लेट प्रेग्नेंसी के मामले बढ़ रहे हैं। 30-40 एज ग्र्रुप के बीच 25 परसेंट प्रेग्नेंसी के मामले आ रहे हैं। 40 साल के बाद भी प्रेग्नेंसी के के केसेज बढ़ते जा रहे हैं.'
-डॉ विनीता सहाय, गायनेकोलॉजिस्ट

'लेट मैरिज, करियर जैसी वजहों से लेट प्रेग्नेंसी के मामले बढ़ रहे हैं। ज्यादा उम्र में प्रेग्नेंसी होने पर कई खतरे रहते हैं.'
-डॉ कारमेला कुजूर, गायनेकोलॉजिस्ट

Report by: abhijit.pandey@inext.co.in