-सजे शिवालय, महाशिवरात्रि आज

-शिवलिंग पर जलाभिषेक को उमड़ेगी भक्तों की भारी भीड़

JAMSHEDPUR: सोमवार को महाशिवरात्रि है। विभिन्न मंदिरों में भगवान भोले शंकर व माता पार्वती के विवाह की तैयारी पूरी कर ली गई है। सोमवार को श्रद्धालु सारा दिन उपवास रखेंगे और मंदिरों में भगवान भोले शंकर की पूजा-अर्चना करेंगे। मंदिरों में शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ेगी। तमाम मंदिर कमेटियों ने शिव की बारात निकाले जाने की भी तैयारी है। शिव-पार्वती का विवाह भी होगा। महाशिवरात्रि के मौके पर विभिन्न शिवालयों में भगवान शिव के रुद्राभिषेक की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। विभिन्न शिवालयों में शिव-पार्वती विवाह के आयोजन के मौके पर निकलने वाले शिव बारात में आकर्षक झांकियां भी शामिल रहेंगी। इसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। कई मंदिरों में भजन-कीर्तन भी होगा।

होगा महामृत्युंजय पाठ

टेल्को कृष्ण मंदिर में सोमवार को शाम आठ बजे से क्008 बार महामृत्युजंय पाठ का जाप किया जाएगा। रात आठ बजे से शुरू होकर यह कार्यक्रम मध्यरात्रि तक चलेगा। इसके बाद अभिषेक होगा। इसके पूर्व शाम को भजन व आरती का कार्यक्रम रखा गया है।

भूतनाथ मंदिर में कीर्तन

श्री श्री भूतनाथ मंदिर न्यू सीएच एरिया सोनारी में महाशिवरात्रि के दिन मंदिर समिति के तत्वावधान में ख्ब् घंटे का अखंड हरि कीर्तन का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही रामचरित मानस का पाठ और शिव-पार्वती विवाह का भी आयोजन किया जाएगा। सात मार्च को देवपूजन, अखंड हरि कीर्तन, रात में महा रुद्राभिषेक और शिव पार्वत षोडषोपचार पूजन व शिव-पार्वती विवाह का अनुष्ठान होगा। आठ मार्च को हरि कीर्तन की पूर्णाहुति, हवन, आरती, पुष्पांजलि व प्रसाद वितरण होगा।

शाम म् बजे से स्थापना पूजन

बाबा बर्फानी सेवा समिति के तत्वावधान में महाशिवरात्रि को आरवीएस स्कूल के सामने डिमना चौक पर महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन करेगी। इसमें शाम छह बजे से श्रृंगार व स्थापना पूजन, ज्योति प्रज्वलन के बाद शाम सात बजे जागरण व झांकी का आयोजन किया जाएगा। शाम 7.फ्0 बजे से विशाल भंडारा होगा। महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि माता कृष्णा बम शिरकत करेंगी।

शिव विवाह महोत्सव

महाशिवरात्रि के दिन टेल्को राम मंदिर में शिव विवाह महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस तीन दिवसीय आयोजन में सात मार्च को रुद्रभिषेक व महामृत्युंजय जप, आठ मार्च को शिव विवाह व भजन-कीर्तन, नौ मार्च को कैलाश मानसरोवर तीर्थ यात्रियों का स्वागत किया जाएगा। इसमें माता बम कृष्णा रानी मुख्य अतिथि होंगी।

घर में ऐसे करें भोलेनाथ की पूजा

भगवान शंकर की पूजा के समय शुद्ध आसन पर बैठकर पहले आचमन करें। यज्ञोपवीत धारण कर शरीर शुद्ध करें। तत्पश्चात आसन की शुद्धि करें। पूजन सामग्री को यथास्थान रखकर रक्षादीप प्र”वलित कर लें। अब स्वस्ति पाठ करें। 'स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवा: स्वस्ति ना पूषा विश्ववेदा: स्वस्ति न स्तारक्ष्यो अरिष्टनेमि स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु.' इसके बाद पूजन का संकल्प कर भगवान गणेश एवं गौरी माता पार्वती का स्मरण कर पूजन करना चाहिए। हाथ में बिल्वपत्र एवं अक्षत लेकर भगवान शिव का ध्यान करें। भगवान शिव का ध्यान करने के बाद आसन, आचमन, स्नान, दही स्नान, घी स्नान, शहद स्नान व शक्कर स्नान कराएं। फिर भगवान का एक साथ पंचामृत स्नान कराएं, सुगंध स्नान कराएं और शुद्ध स्नान कराएं। अब भगवान शिव को वस्त्र चढ़ाएं। वस्त्र के बाद जनेऊ चढाएं। फिर सुगंध, इत्र, अक्षत, पुष्पमाला, बिल्वपत्र चढाएं। अब भगवान शिव को विविध प्रकार के फल चढ़ाएं। इसके पश्चात धूप-दीप जलाएं। हाथ धोकर भोलेनाथ को नैवेद्य लगाएं। नैवेद्य के बाद फल, पान-नारियल, दक्षिणा चढ़ाकर आरती करें। जय शिव ओंकारा वाली शिव आरती। तब क्षमा याचना करें। क्षमा मंत्र 'आह्वानं न जानामि, न जानामि तवार्चनम, पूजाश्चैव न जानामि क्षम्यतां परमेश्वर.' इस प्रकार संक्षिप्त पूजन करने से ही भगवान शिव प्रसन्न होकर सारे मनोरथ पूर्ण करेंगे। घर में पूरी श्रद्धा के साथ साधारण पूजन भी किया जाए तो भगवान शिव प्रसन्न हो जाते हैं।