-मैरीलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलोजी एंड मैनेजमेंट पर मनमानी का आरोप

-कॉलेज मैनेजमेंट ने कहा, तीसरे और चौथे सेमेस्टर की फीस बाकी है

-सिविल इंजीनियरिंग का छात्र है मानगो का राहुल कुमार

JAMSHEDPUR: गालूडीह स्थित मैरीलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी एंड मैनेजमेंट कॉलेज का सिविल इंजीनिय¨रग छात्र राहुल कुमार (मानगो निवासी) अपनी मार्कशीट के लिए दर-दर भटक रहा है, लेकिन उसे अंकपत्र मिल नहीं पा रहा है। छात्र की मानी जाए तो कॉलेज प्रबंधन सभी सेमेस्टर की परीक्षा देने और पास करने बाद भी उसे मार्कशीट नहीं दे रहा है। प्रबंधन की ओर से उससे मार्कशीट के लिए एक लाख क्0 हजार रुपए की मांग की जा रही है। प्रबंधन का कहना है कि तीसरे और चौथे सेमेस्टर का शुल्क बकाया है, जिसे जमा करने के बाद ही मार्कशीट दी जा सकती है। छात्र की मानें तो मार्कशीट नहीं मिलने के कारण वह एलएंडटी और स्टील स्ट्रिप इंडिया लिमिटेड नामक कंपनी में नियुक्ति के बावजूद ज्वाइन नहीं कर पाया, क्योंकि उसकी अंतिम तिथि आठ फरवरी थी। राहुल का कहना है कि कॉलेज प्रबंधन की ओर से उससे पहले मार्कशीट देने के लिए पांच हजार रुपये मांगे गए थे। इसकी शिकायत कोल्हान यूनिवर्सिटी से करने के बाद कॉलेज प्रबंधन द्वारा मेल के जरिए एक लाख दस हजार रुपये तीसरे और चौथे सेमेस्टर की फीस चुकाने के बाद ही मार्कशीट देने की बात कही गई।

ख्0क्क्-क्भ् का है छात्र

राहुल संस्थान में सत्र ख्0क्क्-क्भ् के सिविल इंजीनिय¨रग का छात्र है। नामांकन लेने से पूर्व कॉलेज की ओर से दिए गए ऑफर के तहत पहले सेमेस्टर में टॉप करनेवाले की फीस माफ की जानी थी। राहुल मार्कशीट दिलाने की मांग को लेकर कोल्हान विश्वविद्यालय में धरना तक दे चुका है। उसका कहना है कि कॉलेज किस आधार पर फीस की मांग कर रहा है यह उसे समझ में नहीं आ रहा है। इस संबंध में जब मैरीलैंड के प्राचार्य अनिल कुमार से बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि वे इस बारे में कुछ बोलने को अधिकृत नहीं हैं।

कॉलेज को बदनाम करने की कोशिश

मैरीलैंड इंस्टीट्यूट के हेड ऑपरेशन अशोक चौधरी का कहना है छात्र को फीस से संबंधित कोई शिकायत थी तो प्रबंधन से बात करनी चाहिए थी। इस छात्र ने ऐसा न कर कॉलेज को बदनाम करने की कोशिश की है। यह छात्र परीक्षा के दौरान लगातार पैरवी करवाता था, ताकि वह किसी तरह परीक्षा दे सके। जहां टॉपर होने पर परीक्षा फीस की माफी की बात है पहले सेमेस्टर में छात्र का परीक्षा शुल्क माफ कर दिया गया था। अब चूंकि कॉलेज में छात्र की तीसरे व चौथे सेमेस्टर की फीस बाकी है तो उसे देना ही होगा, तभी छात्र को मा‌र्क्ससीट उपलब्ध करवा सकते हैं।

राहुल को फाइनल ईयर की मा‌र्क्सशीट न मिलने की जानकारी है। कॉलेज प्रबंधन से इस बारे में स्टेटस रिपोर्ट की मांग की गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही नियम के मुताबिक हो होगा किया जाएगा।

-डॉ। आरपीपी सिंह

कुलपति, कोल्हान विश्वविद्यालय।