-चैंबर भवन बिष्टुपुर में हुई बुद्धिजीवियों की बैठक

-शहर में शांति बनाए रखने की अपील की

JAMSHEDPUR: शहर के बुद्धिजीवियों की बैठक गुरुवार को चैंबर भवन बिष्टुपुर में हुई। चैंबर के अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया ने कहा कि दो-चार नासमझ लड़कों द्वारा की गई एक घटना के परिणाम स्वरूप वर्षो से अमनपरस्त शहर, सर्वधर्म संप्रदाय मानने वाले शहर, सभी संस्कृतियों के अनुपम संगम वाले इस शहर के स्वर्णिम इतिहास में ये कालिख लगाने का काम हो गया। मीडिया की सकारात्मक भूमिका, विभिन्न सामाजिक संगठनों, बुद्धिजीवियों एवं प्रशासन के सकारात्मक सहयोग से शहर शांत हो चला है।

बहकावे में नहीं आएं लोग

समाजसेवी बेली बोधनवाला ने कहा कि धर्म आचरण की चीज है। इसलिए धर्म के नाम पर लोगों को बहकावे में नहीं आना चाहिए। स्थिति सामान्य होने पर वैसे बिगड़ैल बच्चों को भी सही मार्ग दिखाने की जरूरत है। फादर डेविड विंसेंट ने बताया कि घर के वातावरण पर ही बच्चे की मानसिकता निर्भर करती है। इसलिए घर में वातावरण सामान्य रखने का प्रयास करना चाहिए, जिससे बच्चे घर से ही सीखकर समाज को दिशा दें। मो। मतिउल्लाह, प्रधानाध्यापक, मदरसा, जुगसलाई ने कहा कि बच्चों को अन्य शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक और नैतिक शिक्षा भी देनी चाहिए। प्रशासन को समय पर कड़ाई करनी चाहिए।

सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखें

वहीं, बिल्डर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष बीएन दीक्षित ने कहा कि राजनीतिज्ञों को भी राजनीति से ऊपर उठकर समाज में सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने में मदद करनी चाहिए। रवींद्रनाथ चौबे ने प्रशासन एवं राजनीतिज्ञों की विफलता को घटना का कारण बताया। मो। एजाज अहमद ने बच्चों को नशे से दूर रहने और बड़ों का सम्मान करने का संदेश दिया। एसएन गुलराज ने लोगों को संवेदनशील होने की अपील की। सीमा कुमारी साव ने महिलाओं को सलीके से रहने की अपील की। धन्यवाद ज्ञापन चैंबर के महासचिव श्रवण कुमार काबरा ने किया। मौके पर सचिव सुधीर कुमार सिंह, सत्यनारायण अग्रवाल, दिनेश चौधरी, जीआर गोलछा, बीएन शर्मा, मो। इलियास खान, राहत हुसैन, अशोक बियानी, पवन शर्मा, शांतनु घोष, एच रहमान, मो। साबिद, हारून खान व अजीज हसनैन आदि उपस्थित थे।