-आईएनसी ने तीन महीने पहले दी थी चेतावनी, फिर भी मान्यता बचाने की नहीं की गई कोशिश

JAMSHEDPUR: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में संचालित एएनएम स्कूल और हॉस्टल की मान्यता रद्द कर दी गई है। जीएनएम स्कूल पर भी खतरा मंडरा रहा है। इंडियन नर्सिग काउंसिल (आईएनसी) की दो सदस्यीय टीम ने 20-21 अप्रैल 2015 को एएनएम, जीएनएम स्कूल व हॉस्टल का निरीक्षण किया था। इस दौरान जर्जर भवन की स्थिति देखकर टीम ने चिंता जाहिर की थी। कैंपस की स्थिति बहुत ही खराब पाई गई थी। स्टूडेंट्स के क्लास रूम में गंदगी का अंबार लगा था। इस वजह से बाहर से ताला जड़ दिया गया था, ताकि स्मेल बाहर नहीं आए। फिर भी टीम से छुपाया नहीं जा सका और हकीकत सामने आ ही गया। टीम ने सभी खामियों के बारे में आईएनसी को रिपोर्ट सौंपी थी। इसके आधार पर आईएनसी ने नाराजगी जाहिर करते हुए मान्यता रद्द कर दी। दूसरी तरफ जीएनएम स्कूल व हॉस्टल की स्थिति में भी जल्दी ही सुधार करने को कहा गया है, हालांकि मान्यता रद्द करने से पहले आईएनसी ने एमजीएम सुपरिंटेंडेंट को लेटर लिखकर अगले तीन माह के अंदर जर्जर भवन का रेनोवेशन कराने को कहा था, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। वहीं, इससे पूर्व स्वास्थ्य निदेशक से लेकर मंत्री तक भी इसका जायजा ले चुके थे और स्थिति में सुधार का भी आश्वासन दिया था, लेकिन वह सिर्फ आश्वासन तक ही सीमित रहा।

2011 से नहीं हुआ एडमिशन

एएनएम स्कूल में गर्ल स्टूडेंट्स का एडमिशन 2011 से बंद था। प्रति वर्ष 30 सीट पर एडमिशन होता है। इस संदर्भ में कई बार डीसी से लेकर सिविल सर्जन व स्वास्थ्य सचिव तक को पत्र लिखा गया, लेकिन कोई पहल नहीं हुई।

1962 के बाद से नहीं हुआ रेनोवेशन

एएनएम व जीएनएम हॉस्टल की बिल्डिंग का निर्माण 1962 में हुआ था। इसके बाद से एक बार भी भवन की मरम्मत नहीं हुई। आलम यह है कि पूरा भवन जर्जर हो गया है। नर्सिग स्कूल में लाइब्रेरी तक नहीं हैं। हर तरफ गंदगी का अंबार है।

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मान्यता रद्द होने की क्या रहीं वजहें:-

- टीचर्स और नॉन टीचिंग स्टाफ की कमी।

- ख्0क्क् से एएनएम में एडमिशन बंद।

- एएनएल स्कूल मैनेजमेंट की ओर से काउंसिल की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई।

- जर्जर भवन, कभी भी गिरने की आशंका।

- प्रशिक्षण के लिए गाड़ी की व्यवस्था नहीं।

- शौचालय और बारिश का पानी हॉस्टल में होता है जमा।

- कुत्तों का जमावड़ा।

- लाइब्रेरी की व्यवस्था नहीं।

- किचन में रहती है गंदगी, किसी तरह तैयार होता भोजन।

- बारिश होने पर क्लास रूप में टपकता है पानी।

एएनएम स्कूल की मान्यता रद्द होना दुखद है। कांउसिल का डायरेक्शन फॉलो नहीं करने से ऐसा हुआ। सदर हॉस्पिटल में एएनएम स्कूल व हॉस्टल नए सिरे से बनाने का निर्णय लिया गया है। इसमें फ्0 सीट पर एडमिशन होगा और कोर्स होगा दो साल का।

- डॉ। श्याम कुमार झा, सिविल सर्जन