-एमजीएम हॉस्पिटल के रूम नंबर 9 के पास की है घटना

-अपना नंबर आने का कर रही थी इंतजार, डॉक्टर एमआर के साथ थे मशगूल

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JAMSHEDPUR : अपना नंबर आने का इंतजार करते-करते मरीज बेहोश होकर गिर गई, लेकिन डॉक्टर साहब ओपीडी में एमआर के साथ बिजी रहे। ये वाकया है एमजीएम हॉस्पिटल का। बुधवार को मेडिसीन ओपीडी रूम नंबर 9 के पास एक महिला मरीज बेहोश होकर गिर पड़ी, इसे देखकर ओपीडी में अफरा-तफरी मच गई। इस घटना का कारण जानने की कोशिश की गई तो पता चला की ओपीडी में मरीजों का लाइन लगी थी और डॉक्टर एमआर से दवाइयों का सैंपल देखने में व्यस्त थे।

बिजी थे डॉक्टर

डॉक्टरों का हाथ पकड़कर एमआर उनसे दवाइयां लिखवाते हैं, ये शब्द हैं हेल्थ मिनिस्टर रामचंद्र चंद्रवंशी के। चार अप्रैल को हॉस्पिटल के दौरे पर आए हेल्थ मिनिस्टर ने गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में डॉक्टर्स द्वारा मरीजों के जेनेरिक दवाओं के बजाए महंगी दवाएं लिखे पर यह बात कही थी। इस बात में कितनी सच्चाई है इसका नजारा बुधवार को देखने को मिला।

डॉक्टर देख रहे थे सैंपल

हॉस्पिटल के मेडिसीन ओपीडी रूम नंबर 9 के समक्ष एक महिला बेहोश होकर गिर पड़ी। मौके पर होमगार्ड के जवानों ने पहुंचकर महिला के चेहरे पर पानी डाला और तत्काल डॉक्टर को दिखाया। घटना की जानकारी तत्काल सुपरिंटेंडेंट के पास पहुंची, तो उन्होंने तत्काल कारण ढूंढने की कोशिश की। इस दौरान पाया गया कि कई ओपीडी में मरीज लाइन में लगे हुए और एमआर डॉक्टर्स रूम में अपनी दवा कंपनी की प्रचार कर रहे हैं। डॉक्टर को वह तरह-तरह का सैंपल दिखाते पकड़े गए।

चेतावनी देकर छोड़ा गया

ओपीडी नंबर ब् में सबसे ज्यादा एमआर पकड़े गए। सभी को एमजीएम सुपरिंटेंडेंट डॉ। आरवाई चौधरी के समक्ष हाजिर किया गया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि दोबारा पकड़े जाने पर सीधे कार्रवाई होगी। इसके साथ ही डॉ चौधरी ने होमगार्ड के जवानों को सख्त निर्देश दिया कि अगर कोई एमआर अस्पताल के चक्कर लगाते मिलते हैं, तो इसकी शिकायत तत्काल करें।

पकड़े गए सभी एमआर को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। हालांकि, दोबारा इस तरह की शिकायत मिलने पर तत्काल उचित कार्रवाई की जाएगी। उनपर नजर रखने के लिए होमगार्ड के जवानों को सख्त निर्देश दिया गया है।

-डॉ। आरवाई चौधरी, सुपरिंटेंडेंट, एमजीएम हॉस्पिटल