-टेल्को के लक्ष्मी नगर मिडिल स्कूल की घटना

-22 का चल रहा एमजीएम में इलाज, 128 को इलाज के बाद दी गई छुट्टी

-खतरे से बाहर हैं सभी बच्चे

-इस्कॉन से भेजी गई थी खिचड़ी, डीएसई ने दिए जांच के आदेश

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JAMSHEDPUR: टेल्को के लक्ष्मी नगर मिडिल स्कूल में मिड डे मील खाकर अचानक क्भ्0 से अधिक बच्चे बीमार हो गए। सभी को सिर्फ पेट दर्द और उल्टी-दस्त की शिकायत थी। मिड डे मील में छिपकली थी। इससे पूरे स्कूल में अफरातफरी मच गई। आनन-फानन में सभी बच्चों को ऑटो में लेकर स्कूल टीचर्स एमजीएम हॉस्पिटल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने तुरंत इलाज शुरू किया। एक साथ इतने बच्चों को देख हॉस्पिटल में भी हड़कंप मच गया। हालांकि, इलाज शुरू होने के बाद धीरे-धीरे सभी बच्चों की स्थिति नॉर्मल हो गई। उधर, जानकारी मिलते ही सैकड़ों पैरेंट्स हॉस्पिटल पहुंचे और हंगामा करने लगे। बच्चों का हाल लेने हॉस्पिटल आए डीएसई ने कहा कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बर्तन में मिली छिपकली

टेल्को स्थित लक्ष्मी नगर मिडिल स्कूल में रोज की तरह ट्यूज्डे को भी मिड डे मील आया था। स्कूल की प्रिंसिपल कमला कुमारी ने बताया कि दोपहर डेढ़ बजे रोज की तरह बच्चों को बुला कर मिड डे मिल दिया गया। फ‌र्स्ट स्टेप में क्लास क् से ब् के स्टूडेंट्स को खाना खिलाया गया। इसके बाद क्लास म् से 8 के स्टूडेंट्स को खाना दिया गया। अभी कुछ बच्चों ने खाना शुरू भी नहीं किया था कि तभी मिड डे मिल के एक एक बर्तन में छिपकली नजर आई। इससे स्कूल में हड़कंप मच गया। थोड़ी ही देर बाद बच्चों के पेट में दर्द और उल्टी-दस्त की शिकायत आने लगी। इससे स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन ने बिना देरी किए न सिर्फ मिड डे मील को आगे नहीं बांटा बल्कि खाना खाए सभी बच्चों को इलाज के लिए आनन-फानन में एमजीएम हॉस्पिटल भेजा।

पल में भर गया चिल्ड्रेन वार्ड

स्कूल में तबीयत खराब होते ही एडमिनिस्ट्रेशन ने तुरंत क्भ्0 बच्चों को इलाज के लिए एमजीएम हॉस्पिटल भेजा। इससे पल भर में एमजीएम हॉस्पिटल का चिल्ड्रेन वार्ड भर गया। तुरंत डॉ। वीरेंद्र कुमार और डॉ। मोहन कुमार की अगुवाई में डॉक्टर्स टीम ने बच्चों का चेकअप शुरू किया। हालांकि, किसी बच्चे की स्थिति सीरियस नहीं थी। इससे डॉक्टर्स ने क्ख्8 बच्चों को प्राइमरी ट्रीटमेंट के बाद दवा देकर छुट्टी दी गई, जबकि ख्ख् बच्चों को स्लाइन चढ़ाया गया। डॉक्टर्स ने बताया कि खाने में छिपकली कैसे आई, यह तो जांच का विषय है। मगर फूड में उसका असर नहीं हुआ था। इससे बच्चों की हालत ठीक है। अधिकांश बच्चे डर गए हैं।

इस्कॉन से आई थी खिचड़ी

स्कूल की प्रिंसिपल कमला कुमारी ने बताया कि मिड डे मील बच्चों के लिए डेली आता है। ट्यूज्डे को इस्कॉन की ओर से खिचड़ी दी गई थी। टीचर्स की देखरेख में बच्चों का खिचड़ी डिस्ट्रीब्यूट की जा रही थी। साथ ही टीचर्स ने बच्चों को डिस्ट्रीब्यूट करने से पहले खुद भी चखा था। उन्होंने बताया कि बर्तन में छिपकली कैसे आई, इस बारे में कुछ भी कहना मुश्किल है। मगर जैसे ही छिपकली मिलने की जानकारी मिली, तुरंत खाना बांटना बंद कर दिया गया। साथ ही तुरंत बच्चों को टीचर्स के साथ ऑटो से इलाज के लिए एमजीएम हॉस्पिटल भेजा गया।

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इन बच्चों को चढ़ाया गया स्लाइन

डॉक्टर्स की टीम ने सभी बच्चों का चेकअप किया। इसके बाद पूनम कुमारी, पार्वती कुमारी, निशा कुमारी, बबली कुमारी, काजल, डोली कुमारी, प्रीति, प्रदीप, मोनी कुमारी, विशाल, शाहिद कुमार, सुरज प्रसाद, सत्य प्रकाश तिवारी, करण, अंतरा, आंचल कुमारी, अमन गोस्वामी, दीपक कुमार, रंजीत कुमार, सनत सोरेन, पिंटू, सुमित नायक को स्लाइन चढ़ाया गया।

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इस्कॉन की ओर से बच्चों के लिए खिचड़ी आई थी। जिसे टीचर्स ने चखने के बाद डिस्ट्रीब्यूट किया था। खिचड़ी में छिपकली कैसे आई, पता नहीं। फिलहाल बच्चों की तबीयत को देखते हुए उन्हें तुरंत हॉस्पिटल भेजा गया।

-कमला, प्रिंसिपल

मिड डे मील में छिपकली मिलने के मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्कूल का भी जायजा लिया गया है। इस मामले में स्कूल के प्रिंसिपल, माता समिति, इस्कॉन के अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। जवाब के आधार पर इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।

-इंद्रभूषण सिंह, डीएसई, ईस्ट सिंहभूम

सेंट्रलाइच्ड किचन में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है। पांच बार सफाई के बाद ही खाना बनाने का काम शुरू होता है। हाई टेंप्रेचर पर खाना बनाया जाता है। ऐसे में खाने में छिपकली तो मिलेगी नहीं। दूसरी बात यह कि उसकी पैकिंग बेहतर तरीके से होती है। सेंट्रलाइच्ड किचन से फ्88 स्कूल्स में खाना सप्लाई किया जाता है। ऐसे में केवल एक स्कूल से इस तरह की शिकायत मिली है। यह जांच का विषय है। स्कूल के सीनियर टीचर्स ने सफाई और क्वालिटी की जांच करने के बाद ही फूड रिसीव किया था। उन्होंने रजिस्टर पर साइन भी किया है और फूड की क्वालिटी को बेहतर बताया है। अब गलती या लापरवाही किसकी है, यह जांच का विषय है।

-समीर कुमार, प्रभारी, सेंट्रलाइज्ड किचन, इस्कॉन

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रोज की तरह दोपहर दो बजे के करीब मैडम ने खाना दिया। खाना खाने के बाद थाली लेकर जैसे ही जाने लगी, अचानक पेट में दर्द शुरू हो गया। थोड़ी देर बाद गले में भी दर्द होने लगा। कुछ समझ नहीं आया। फिर मैडम हॉस्पिटल लेकर आ गई और डॉक्टर दवा दे रहे हैं।

-बबली कुमारी, स्टूडेंट

दोपहर में मैडम ने खाने में खिचड़ी दी थी। अभी पूरी खिचड़ी खत्म भी नहीं हुई थी कि अचानक पेट में दर्द होने लगा। दर्द बहुत तेज हो रहा था। इससे मैंने पूरी खिचड़ी नहीं खाई। थोड़ी ही देर में अन्य बच्चों को भी पेट में दर्द होने लगा। कई बच्चों को तो उल्टी भी हो रही थी।

-काजल, स्टूडेंट

मिड डे मील आते ही हम लोग कतार में बैठ गए थे। थाली में खिचड़ी दी गई। अभी सभी लोगों ने खाना भी शुरू नहीं किया था कि मैडम ने खाने से मना कर दिया। हालांकि मैंने खाना शुरू कर दिया। किसी ने बताया कि खाने में छिपकली मिली है। इसलिए टीचर लोग हॉस्पिटल ले आए।

सत्य प्रकाश तिवारी, स्टूडेंट

खिचड़ी खाने के बाद सभी बच्चों की तबीयत खराब हो गई। सभी लोग इलाज के लिए हॉस्पिटल आए हैं। मेरे भी पेट में दर्द हो रहा है। दर्द बहुत तेज है। डॉक्टर के दवा देने के बाद अब कुछ राहत है। कई बच्चों को उल्टी-दस्त भी हो रहा था। पेट के साथ गले में भी दर्द हो रहा था।

बबलू कुमार

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बच्चों के लिए उपलब्ध हुई फ्री ऑटो

बीमार बच्चों को हॉस्पिटल से छुट्टी दिये जाने के बाद लक्ष्मीनगर के समाजसेवियों के सौजन्य से फ्री ऑटो सेवा उपलब्ध करवाई गई। ये बच्चे इनमें चढ़कर लक्ष्मीनगर तक पहुंचे। फ्री सेवा को देने वाले सदस्यों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वे लोग स्वेच्छा से यह कार्य कर रहे हैं।

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पैरेंट्स ने किया हंगामा

मिड डे मील खाकर एक साथ क्भ्0 बच्चों की तबीयत खराब होने की जानकारी मिलते ही सैकड़ों की संख्या में पैरेंट्स एमजीएम हॉस्पिटल पहुंच गए। इससे पूरा अफरातफरी का माहौल बना रहा। पैरेंट्स ने हंगामा भी किया, लेकिन हॉस्पिटल में हो रहे इलाज को देखते हुए थोड़ी देर बाद सभी पैरेंट्स शांत हो गए।

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पॉलिटिकल लीडर्स भी पहुंचे

मिड डे मील खाकर बीमार बच्चों को देखने एमजीएम हॉस्पिटल कई पॉलिटिकल पार्टी के लीडर्स भी पहुंचे। सबसे पहले झारखंड विकास मोर्चा के अभय सिंह पहुंचे। इसके बाद झामुमो के जिलाध्यक्ष रामदास सोरेन, झायुमो के जिलाध्यक्ष महावीर मुर्मू, भाजपा के कुलविंदर सिंह बंटी के अलावा कई नेता और समाजसेवी पहुंचे। सभी ने मामले की जांच कराने की मांग की।