-पहले से प्रशासन और न ही ग्रामीणों को थी मंत्री के आने की जानकारी

-गांववालों के साथ एक घंटे तक की बातचीत

JAMSHEDPUR: झारखंड सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय रविवार को अचानक मुसाबनी प्रखंड के उग्रवाद प्रभावित सबर गांव सोहदा पहुंचे। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और गांववालों को यह जानकारी नहीं थी कि मंत्री गांव आनेवाले हैं। सोहदा वही गांव है, जहां के ग्रामीणों ने कुछ दिन पहले राशन की मांग को लेकर प्रखंड कार्यालय में भिक्षाटन किया था।

अफसर भी पहुंचे

रविवार दोपहर को जब मंत्री का वाहन सोहदा गांव पहुंचा तो वहां आंगनबाड़ी केंद्र में दो-तीन महिलाएं ही मौजूद थीं। मंत्री के साथ मात्र एक अंगरक्षक, जिला परिषद उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह और निजी सचिव थे। मंत्री के पहुंचने की खबर पाकर स्थानीय ग्रामीण उमापदो सबर पहुंचे। युवा उमपदो सबरों के कल्याण के लिए काम करते हैं। उन्होंने मीडिया और अन्य गांववालों को बुलाया। खबर पाकर विभागीय अफसर भी पहुंचे।

गांववालों से पूछे सवाल

इमली के एक पेड़ के नीचे खाट लगी। मंत्री ने एक-एक कर गांववालों से पूछना शुरू किया। कितने परिवार हैं। किस-किस का कार्ड बना है। कार्ड का आवेदन दिया कि नहीं। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि आवेदन दे दिया है। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोई छूटे नहीं इसका ध्यान रखें। सभी का कार्ड बनना चाहिए। कार्ड बनने तक इन परिवारों को अनाज भी उपलब्ध कराने का आदेश उन्होंने दिया।

आदिम जनजाति विकास केंद्र की रानी सबर ने मंत्री को स्थानीय समस्याओं की जानकारी दी। उमापदो ने बताया, सबरों का एकमात्र जाहेरथान इसी गांव में बचा है। बाकी पर कब्जा हो गया है। बीडीओ को लेकर भी लोगों में काफी शिकायतें और आक्त्रोश था। मंत्री ने कहा कि वे इन शिकायतों पर संबंधित अधिकारियों से बात करेंगे। करीब एक घंटा गांव में गुजारने के बाद मंत्री सरयू राय से निकले। उन्होंने उमापदो से कहा कि जब भी उनकी जरूरत होगी, वे उपलब्ध रहेंगे।