-नहीं शुरू हुआ ब्लीचिंग का छिड़काव, कई एरिया में नहीं पहुंची हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम

-हेल्थ डिपार्टमेंट के इंतजाम काफी नहीं

JAMSHEDPUR: स्वर्णरेखा और खरकई का जलस्तर कम होने के साथ ही निचले इलाकों में घुसा पानी निकलने लगा है। इससे लोगों की एक प्रॉब्लम तो शॉर्टआउट हो गई, लेकिन दूसरी प्रॉब्लम ने होश उड़ा रखा है। पानी कम होने के साथ महामारी फैलने के चांस बढ़ जाते हैं। इसके बावजूद जिला प्रशासन और हेल्थ विभाग की टीम ने कोई खास इंतजाम नहीं किया है। न तो सभी इलाकों में ब्लीचिंग का छिड़काव किया जा रहा है और न ही हेल्थ चेकअप कैंप लगाया जा रहा है। हालांकि कुछ एरिया में हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने घर-घर जाकर लोगों का चेकअप और दवा का डिस्ट्रीब्यूशन जरूर किया है, लेकिन ये महामारी को रोकने के लिए काफी नहीं है।

आलरेडी था डायरिया जोन और अब

शहर के जयप्रकाश नगर, दायगुट्टू, बागबेड़ा, राहरगोड़ा, बागुनहातु, बाबूडीह, बिरसानगर समेत एक दर्जन से अधिक एरिया डायरिया जोन हैं। इन एरिया में डायरिया का प्रकोप तेजी से फैलता है। इस साल भी इन एरिया में काफी लोग डायरिया से पीडि़त हुए, वहीं नदियों का जलस्तर बढ़ने से जिन एरिया में नदियों का पानी घुसने लगा, उसमें अधिकांश डायरिया जोन हैं। ऐसे में इन एरिया में महामारी का खतरा और बढ़ गया है। इन इलाकों में हर साल डायरिया लोगों पर कहर बनकर टूटता है।

सर्दी-जुकाम की बांट रहे दवा

नदी का जलस्तर कम होने और महामारी फैलने की आशंका को देखते हुए डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने अलर्ट जारी कर दिया है। हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम भी थर्सडे को बागबेड़ा और मानगो के डायगुट्टू में घूमती नजर आई। टीम के मेंबर कैंप लगाने के बजाए घर-घर जा रहे थे। वे सभी लोगों का चेकअप करने के साथ सिर्फ सर्दी-जुकाम, बुखार की दवा बांट रहे थे। अन्य बीमारी होने पर वे दवा मार्केट से खरीदने की सलाह दे रहे थे। सवाल यह है कि हेल्थ डिपार्टमेंट की छोटी सी टीम बाढ़ प्रभावित इलाके के लिए काफी है?

नहीं हुआ छिड़काव

महामारी से बचने के लिए बाढ़ प्रभावित इलाकों की साफ-सफाई और ब्लीचिंग का छिड़काव जरूरी है। क्योंकि इसके छिड़काव से विभिन्न बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं, लेकिन अब तक हेल्थ डिपार्टमेंट ने इन इलाकों में ब्लीचिंग का छिड़काव करना भी मुनासिब नहीं समझा। इससे इन एरिया के लोग दहशत में है। उधर, हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि छिड़काव के लिए ब्लीचिंग की क्ख् बोरियां दी गई हैं, लेकिन हकीकत में यह है कि इतने बड़े एरिया के लिए ये काफी नहीं है।

बाढ़ का पानी कम होने के बाद महामारी फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए डॉक्टर्स की टीम निचले एरिया में दौरा कर चेकअप करने के साथ दवा बांट रही है। ये दौरा लगातार जारी रहेगा। सभी निचले इलाकों में डॉक्टर्स की टीम जाएगी। जल्दी ही ब्लीचिंग का छिड़काव भी कराया जाएगा।

डॉ। एसके झा, सिविल सर्जन

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नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ घर के अंदर पानी घुस गया था। अब धीरे-धीरे निकल गया है। मगर अब तक स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं आई है, ही प्रशासन का कोई आदमी पूछने आया है।

नागेंद्र

अब घर से पानी निकल गया है। लोग कह रहे हैं कि महामारी फैल सकती है। मगर अब तक कोई भी अधिकारी हालचाल लेने नहीं आया है। न ही कोई दवा बांट रहा है।

सुमति

पूरे एरिया में कहीं ब्लीचिंग का छिड़काव नहीं हुआ है। न ही कोई डॉक्टर चेकअप करने आया है। घर में पानी घुस गया था, जो अब निकल गया है। इससे थोड़ी राहत है।

-गौरी देवी

नदी का जलस्तर कम होने के साथ घर से भी पानी निकल गया है। अभी तक प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग की कोई टीम नहीं आई है। न ही एरिया में कोई छिड़काव किया गया है।

पुनामी