छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : को-ऑपरेटिव कॉलेज के नॉन टीचिंग स्टाफ्स के बहाल किए जाने की तारीख में गड़बड़ी किए जाने की बात सामने आई है। कोल्हान यूनिवर्सिटी की ओर से सामंजन को लेकर तैयार की गई रिपोर्ट में ज्यादातर स्टाफ्स के बहाली की तारीख में हेरफेर है। इसे लेकर कॉलेज के करीब तीन दर्जन नॉन टीचिंग स्टाफ्स में उबाल है। शुक्रवार को इस मामले को लेकर कॉलेज के नॉन टीचिंग स्टाफ्स की मीटिंग बुलाई गई। इसमें यूनिवर्सिटी द्वारा भेजी गई लिस्ट पर चर्चा की गई। सदस्यों ने कहा कि अगर इस गड़बड़ी को सुधारा नहीं गया तो आंदोलन चलाया जाएगा।

यह है मामला

कॉलेज नॉन टीचिंग स्टाफ एसोसिएशन के सेक्रेटरी दशरथ चौबे ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा भेजी गई लिस्ट में कॉलेज के ज्यादातर स्टाफ्स के बहाली की तारीख गलत दिखायी गयी है। जिसके चलते इनके रिटायरमेंट पर असर पड़ेगा। यह गंभीर मुद्दा है। किसी भी सूरत में इस अन्याय को सहन नहीं करेंगे। इस मामले को लेकर कॉलेज के प्रिंसिंपल के माध्यम से कुलपति व कुल सचिव को सामंजन में हुई गड़बडी प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी। साथ ही इसमें जल्द से जल्द सुधार की मांग करेंगे। इस बैठक में नॉन टीचिंग स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष मानस रंजन पटनायक, उपाध्यक्ष दिलीप ओझा के अलावा केपी सिंह, दशरथ चौबे, विष्णु बहादुर सिंह, पदमावती देवी मौजूद थीं।

सुधार हो वरना आंदोलन

नॉन टीचिंग स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष मानस रंजन पटनायक ने कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय द्वारा नॉन टीचिंग स्टाफ के पूर्व बहाली की तारीख में गड़बड़ी से रिटायरमेंट पर असर पड़ेगा। इस मामले को प्रिंसिपल के माध्यम से कुलपति के समक्ष रखेंगे। अगर विश्वविद्यालय की ओर से दुर्गा पूजा के पहले इसमें सुधार नहीं किया जाता है तो पूजा के बाद सभी नॉन टीचिंग स्टाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

आश्रितों को किया जाए नियुक्त

इस बैठक में नॉन टीचिंग स्टाफ्स से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की गई। एसोसिएशन के अध्यक्ष मानस रंजन पटनायक ने बताया कि कोल्हान यूनिवर्सिटी में अनुकंपा के आधार पर बहाली का प्रावधान है। अगर किसी टीचर्स की सर्विस पीरिएड में मौत हो जाती है तो उसके आश्रित को अनुकंपा के आधार पर नॉन टीचिंग स्टाफ के पद पर बहाली की जाती है। एसोसिएशन इस प्रावधान का विरोध करता है। इसे बंद करने की मांग वीसी से की जाएगी। एसोसिएशन की मांग है कि कॉलेजों में नॉन टीचिंग स्टाफ के पदों पर उनके ही आश्रितों को नियुक्ति किया जाए। अगर टीचिंग स्टाफ के किसी आश्रित को अनुकंपा पर नियुक्त करना है तो इसके लिए अलग से बहाली प्रक्रिया शुरू की जाए, न कि नॉन टीचिंग स्टाफ के रिक्त पद पर उन्हें नियुक्त किया जाए।