छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : अब एक क्लिक में कराएं ऑनलाइन एफआईआर। जी हां, सीएम रघुवर दास ने बुधवार को रांची में ऑन लाइन एफआईआर, हाईवे पेट्रोलिंग, पीसीआर पेट्रोलिंग व एक्सीडेंट मेडिकल असिस्टेंस फॉर रांची (आर्मर) जैसी चार नागरिक सेवाओं की शुरुआत की है। पहले चरण में सोनारी, कदमा और पोटका थाने में अब ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने की सुविधा प्रोवाइड कराई गई है। झारखंड पुलिस की वेबसाइट पर लॉग इन कर ऑनलाइन एफआइआर दर्ज करा सकते हैं। एफआइआर दर्ज कराने की सुविधा प्रज्ञा केंद्रों को भी दी गई है।

रवाना किए गए पेट्रोलिंग व्हीकल

इस मौके पर जमशेदपुर एसएसपी कार्यालय से सिटी पेट्रोलिंग और हाइवे पेट्रोलिंग व्हीकल को रवाना किया गया। एसपी चंदन झा और ग्रामीण एसपी शैलेंद्र कुमार ने झंडा दिखाकर तीन वाहनों को रवाना किया। सिटी और हाइवे पर पेट्रोलिंग के लिए दो-दो व्हीकल दिए मिले हैं। साथ ही एक व्हेकिल मेडिकल रिलीफ पहुंचाने के लिए है। एसपी ने बताया कि पेट्रोलिंग व्हीकल पुलिस कंट्रोल रूम(पीसीआर) से कमांड होगा। एसएसपी कार्यालय परिसर हुए उद्घाटन समारोह में सिटी एसपी चंदन झा, रूरल एसपी शैलेंद्र कुमार, सिटी डीएसपी अनिमेष नैथानी, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर बीएन सिंह, सीसीआर डीएसपी जसिंता केरकेट्टा सहित तमाम डीएसपी और थानेदार मौजूद थे।

क्या है ऑनलाइन एफआईआर

सीसीटीएएनएस प्रोजेक्ट के तहत पुलिस मुख्यालय में एक डाटा कलेक्शन सेंटर रहेगा। जिस जिले से ऑनलाइन एफआईआर आएगी, संबंधित जिले के एसपी को उसे भेज दी जाएगी। जब एफआईआर दर्ज हो जाएगी, तब पीडि़त के मोबाइल में पुलिस द्वारा भेजा गया एक मैसेज आएगा। इसमें प्राथमिकी दर्ज होने के अलावा रिपोर्ट की प्रगति का भी जिक्र होगा। अनुसंधानक सहित अन्य जानकारियां भी रहेंगी।

क्या है पीसीआर वाहन के काम

राजधानी में क्राइम कंट्रोल करने में पीसीआर वैन की अहम भूमिका होगी। सिटी के विभिन्न चौक-चौराहों पर इसके तहत नजर रखी जाएगी। पीसीआर वैन पुलिस कंट्रोल रूम से संचालित होगा। जैसे ही लोग 100 नंबर पर कॉल करेंगें और अपना लोकेशन बताएंगे। पीसीआर वैन उनकी मदद के लिए वहां पहुंच जाएगी। इसका काम जख्मी लोगों को अस्पताल पहुंचाने के अलावा बुजुर्ग महिलाओं को भी घर तक पहुंचाना है। इसके अलावा रात में सड़क पर अकेली महिला को भी घर या उसके गंतव्य स्थल तक पहुंचाने में पीसीआर वैन मदद करेगी।

क्या है हाइवे पेट्रोलिंग

रांची और जमशेदपुर को जोड़ने वाले एनएच 33 पर अब हाइवे पेट्रोलिंग की सुविधा मिलेगी। इसके जरिए पुलिस हाइवे पर क्राइम कंट्रोल के अलावा यात्रा कर रहे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। गश्ती दल यातायात बाधित होने पर तुरंत मार्ग को सुचारू भी करेंगा। इसके अतिरिक्त हाईवे पर शराब पीकर गाड़ी चलानेवालों की भी अब खैर नहीं होगी। इस वाहन में पुलिस हाइवे मोबाइल पेट्रोलिंग, घूमने वाली लाइट व सायरन सिस्टम भी रहेगा। वाहन में नक्शा और फोन नंबरों की सूची भी होगी। यदि किसी को रास्ते में अपराधी लूटते हैं या वह किसी दुर्घटना का शिकार होता है, तो ऐसे में हाइवे पेट्रोलिंग से उसकी मदद की जाएगी।

क्या लाभ होगा आर्मर से

आर्मर के तहत किसी भी दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने के लिए तत्काल एंबुलेस उपल्बध कराया जाएगा। यह एंबुलेंस दुर्घटना के शिकार लोगों को अस्पताल पहुंचाएगा। इलाज के वक्त न तो पुलिस वेरीफिकेशन होगा और न ही प्राथमिकी की प्रक्रिया पूरी करने में समय जाया होने दिया जाएगा। यदि सिटी में कोई सड़क हादसे का शिकार हो गया, तो कंट्रोल रूम में कॉल कर यह लाभ लिया जा सकता है। उनके मोबाइल नंबर या बताए गए एड्रेस पर आर्मर वैन उस स्थान पर पहुंच जाएगी। इसमें एक अस्पताल का कर्मी, फ‌र्स्ट एड बॉक्स, ऑक्सीजन समेत तमाम सुविधाएं मौजूद रहेंगी।