छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र ट्ठ स्टील सिटी में सप्लाई के अनुकूल ग्रिड से सप्लाई न मिलने और शहर में बिजली चोरों की मनमानी के चलते उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली नहीं मिल पा रही है। गर्मी शुरू होते ही ग्रिड से लो शेडिंग की समस्या शुरू हो गई है। जबकि अप्रैल, मई और जून माह ही मैराथन बाकी है। शहर में इस समय 70 मेगावाट बिजली की जरूरत है। जबकि शहर 30 से 35 मेगावाट बिजली मिल पा रही है। जिससे उपभोक्ता परेशान है।

हर डिवीजन में कम सप्लाई

ग्रिड से नहीं मिल रही बिजली शहर की जरूरत के हिसाब से शहर के किसी भी डिवीजन को बिजली नहीं मिल पा रही है। शहर के सबसे बड़े डिवीजन करनडीह को 18 मेगावाट की जरूरत है जबकि सब स्टेशन को महज 7 से 8 मेगावाट बिजली मिल रही है। ऐसे ही मागनो को 22 मेगावाट की जरूरत है जबकि 15 मेगावाट सप्लाई ही मिल पा रही है। छोटा गोविंदपुर को 27 मेगावाट बिजली जरूरत है। लेकिन हर दिन 15 मेगावाट की ग्रिड से सप्लाई दी जा रही है। यही हाल जुगसलाई डिवीजन का है जहां 11 मेगावाट की जगह 5 मेगावाट की सप्लपाई हो रही है।

लाइन लॉस बनी मुसीबत

शहर में करनडीह, परशुडीह, सुंदरनगर, गोविंदपुर, राहरगोड़ा, बहरागोड़ा, बागबेड़ा, मानगो, डिमना, जुगसलाई, गोलपहाड़ी आदि इलाकों में बिजली चोरों के आतंक के चलते विभाग परेशान है। गोविंदपुर एसडीओ आर बी महतो ने बताया कि बिजली चोरों पर लगाम कसने से लाइन लॉस रोका जा सकता है। इसके लिए महीने में दो दिन अभियान चलाया जा रहा है।

पब्लिक ही बनी विलन

विभागीय अधिकारियों का मानना है कि शहर के मानगो स्थित आजाद बस्ती, उलीडीह, संकोसाई, डिमना बागबेड़ा, करनडीह, राहरगोड़ा, गोविंदपुर, छोटागोविंदपुर, गोलपहाड़ी, सुंदरनगर, जुगसलाई समेत शहर के अन्य इलाकों में बिजली चोरी से विभाग की 25 से 30 प्रतिशत लाइन लॉस हो रहा है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक उपभोक्ता सहयोग नहीं करते है तब तक लाइन लॉस को रोकना असंभव है।

शहर में पड़ेंगे इसुलेटेड तार

शहर में बिजली चोरी रोकने और सुरक्षा के लिए शहर भर में इंसुलेटेड तार पर फेस दौड़ाए जाएंगे। जिससे बिजली चोरी के साथ ही दुर्घटनाएं भी कम होगी। गोविंदपुर में खंभे लगाकर लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। जिससे बिजली चोरी को कम किया जा रहा है।