जमशेदपुर (ब्यूरो): बिष्टुपुर स्थित तुलसी भवन में महिलाओं मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर शाखा द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राखी मेला की शुरुआत हो गई। यह मेला 18 जुलाई तक प्रतिदिन सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहेगा। रविवार को कथावाचक सीताराम शास्त्री ने दीप प्रज्जवलित कर मेला का उद्घाटन किया। मौके पर आयोजकों ने सीताराम शास्त्री को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

51 स्टॉल लगे हैं

मंच की अध्यक्ष बीना अग्रवाल ने बताया कि मेले में कुल 51 स्टॉल लगे हैं। महिलाओं को सशक्त करने हेतु यह मेला विगत 30 वर्षों से निरंतर लगाया जा रहा है। मेले में एक ही छत के नीचे जमशेदपुर सहित चाईबासा, रांची, कोलकाता, मुंबई आदि शहरों की महिलाएं अपने उत्पादों का संग्रह लेकर आयी हैं। इस मेले में राखी, गिफ्ट आइटम, बेड शीट, लड्डू गोपाल की पोशाक, बंधनवार, साड़ी, कुर्ती और गृह सज्जा के सामानों का पूरा कलेक्शन है। इसके अलावा आचार, पापड़, मंगोड़ी, खजला भी उचित मूल्य पर मिल रहे हैं।

इनकी रही उपस्थिति

कार्यक्रम की अध्यक्षता बीना अग्रवाल, संचालन सचिव सीमा अग्रवाल और धन्यवाद ज्ञापन कंचन खीरवाल ने किया। मौके पर जया डोकानिया, लता अग्रवाल, विभा दुदानी, बीना अग्रवाल, सीमा अग्रवाल, सीमा जावनपुरिया, रानी अग्रवाल, सरस्वती अग्रवाल, ललिता सरायवाला, कंचन खीरवाल, आभा चूड़ीवाला आदि उपस्थित थीं।

जुगसलाई में भागवत कथा कल से

जुगसलाई एमईस्कूल रोड स्थित राजस्थान शिव मंदिर में सप्ताह व्यापी श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन 18 से 24 जुलाई तक होने जा रहा है। कथावाचक अंतरराष्ट्रीय व्याख्याता गौ भक्त डॉ। संजीव कृष्ण ठाकुर व्यासपीठ से रोजाना दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक कथा का वाचन करेंगे। इसका आयोजन जुगसलाई के गढ़वाल परिवार (थोई, राजस्थान निवासी) द्वारा किया जा रहा है, जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। यह जानकारी आयोजक राजेश गढ़वाल ने दी। उन्होंने बताया कि कथावाचक डॉ। संजीव सोमवार को शहर पहुंचेंगे। पहले दिन 18 जुलाई मंगलवार को कलश यात्रा एवं श्रीमद्भागवत महात्मय कथा का प्रसंग होगा। दूसरे दिन 19 जुलाई को पांडव चरित्र, श्री शुकदेव जी, राजा परीक्षित मिलन, तीसरे दिन 20 जुलाई को श्री ध्रुव, प्रहलाद चरित्र, श्री वामन जन्म, चौथे दिन 21 जुलाई को श्री कृष्ण जन्मोत्सव, पांचवें दिन 22 जुलाई को श्री कृष्ण बाल लीलाएं, गोवर्धन महोत्सव, छठवें दिन 23 जुलाई को श्री कृष्ण रूक्मणि विवाह महोत्सव तथा सातवें दिन 24 जुलाई को श्री सुदामा चरित्र और व्यास पूजन की कथा का प्रसंग होगा। सोमवार की सुबह हवन के साथ कथा का विश्राम होगा