-नर्सिग होम में लगेगी रेट लिस्ट

-मरीजों से मनमाना उगाही करने वालों पर कसेगा शिकंजा

JAMSHEDPUR: मरीजों के साथ अक्सर नर्सिग होम में ज्यादा पैसे लिए जाने की शिकायत सामने आती रही है। इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचने के बाद सिविल सर्जन ने इसे गंभीरता से लिया है। अब मनमानी उगाही करने वाले नर्सिग होम पर शिकंजा कसा जाएगा। विभाग जिले के सभी नर्सिग होम की सूची तैयार कर आगे की कार्रवाई की रणनीति तैयार कर रहा है। स्वास्थ विभाग के पास शिकायत आई है कि शहर के अलग-अलग नर्सिग होम में मरीजों से जांच व इलाज के नाम पर मनमाना पैसे लिए जा रहे हैं। वहां पर कोई निर्धारित राशि तय नहीं है और न ही कोई रेट लिस्ट लगा हुआ है। ऐसे नर्सिग होम के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक टीम गठित करने का निर्णय लिया गया है। जांच के दौरान सभी नर्सिग होम में रेट लिस्ट लगाना जरूरी माना गया है। इस दौरान कोई गड़बड़ी मिलने पर नर्सिग होम में एक महीने का नोटिस देकर नर्सिग होम का लाइसेंस निरस्त किया जा सकता है।

हॉस्पिटल्स में रखनी होगी कंप्लेन बुक

स्वास्थ्य विभाग की अधिकारियों की मानें तो अब हॉस्पिटल्स में शिकायत पुस्तिका भी रखना अनिवार्य होगा। जिले में नब्बे परसेंट प्राइवेट हॉस्पिटल्स रेट लिस्ट नहीं लगाते हैं। जिन हॉस्पिटल्स में रेट लिस्ट लगाई जाती है उसका पालन भी पूरी तरह से अस्पताल संचालकों द्वारा नहीं किया जाता है। रेट लिस्ट ऐसी जगह लगाई जाती है, जो आसानी से दिखाई नहीं देती है। कई बार मरीज को यह भी पता नहीं रहता कि उसकी कौन-कौन सी जांच की गई हैं। इनमें कौन सी जांच हॉस्पिटल में व कौन सी हॉस्टिपल के बाहर करायी गई हैं। डिस्चार्ज के समय जब मोटा बिल मरीजों को दिया जाता है तो उनकी परेशानी बढ़ जाती है। इस वजह से आए दिन विवाद की स्थिति भी बनती है।

लिस्ट में यह होना जरूरी

रेट लिस्ट में आइसीयू, वेंटीलेटर, डॉक्टर की फीस, बेड चार्ज समेत सभी सेवाओं की दरें लिखी होनी चाहिए। इससे मरीज अपने को ठगा नहीं महसूस करेंगे। साथ ही ट्रांसपेरेंसी बनी रहेगी।

नर्सिग होम्स में मरीजों से इलाज व जांच के नाम पर मनमाना वसूली बहुत गलत है। इसके खिलाफ जल्दी ही एक अभियान चलाया जाएगा।

-डॉ। श्याम कुमार झा, सिविल सर्जन, ईस्ट सिंहभूम