छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र :इस साल नए सेशन में नौनिहालों के एडमिशन कराने में पेरेंट्स को ज्यादा जेब ढ़ीली करनी पड़ रही है। पेरेंट्स पर बिना बात का बोझ डाला जा रहा है। साथ ही कई स्कूलों में री एडमिशन चार्ज भी लिया जा रहा है, जबकि झारखंड सरकार ने री-एडमिशन फीस पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद स्कूल मैनेजमेंट के इसे ताक पर रखकर री-एडमिशन चार्ज वसूल रही है। स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट के नियम ही नहीं मानते। इसके विरोध में कई बार जमशेदपुर अभिभावक संघ द्वारा स्कूलों के खिलाफ प्रदर्शन करते आए है, पर स्कूल रेगूटिंग एक्ट के तहत 15 प्रतिशत बढ़ोतरी का हवाला देते हुए फिस की की मनमानी तरीके से से बढ़ोतरी करते है।
वसूली के हैं कई तरीके
अभिभावकों की माने तो सत्र शुरू होने से पहले सभी तरह की लेने के बाद हर रोज किसी न किसी तरह के कार्यक्रम का बहाना बनाकर वसूली होती है। कभी कार्निवल, कभी टूर पर ले जाने और कभी कोई महोत्सव के नाम पर बच्चों से फीस लाने को कह दिया जाता है। बच्चों को परेशान न किया जाए इसलिए पेरेंट्स को फीस देनी ही पड़ती है।
मनमानी बर्दाश्त नहीं होगी
जमशेदपुर अभिभावक संघ के उमेश ने बताया कि स्कूलों की मनमानी को वह बर्दाश्त नहीं करेंगे। जो भी स्कूल लूट खसोट कर रहे हैं उनके खिलाफ मोर्चा खोलेंगे। निजी स्कूल प्रबंधन मनचाही वसूली कर रहे हैं। एजुकेशन डिपार्टमेंट के अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी मूकदर्शक बने हुए हैं।
गाइडलाइन फॉलो नहीं, क्लासेज में 50 से ज्यादा बच्चे
प्राइवेट स्कूलों में सुविधाओं के लिए अधिक फीस दी जाती है। उसके बाद भी एक क्लास में 50 से अधिक बच्चे पढ़ाए जा रहे हैं। ऐसे में फिर निजी और सरकारी स्कूल में फर्क क्या हुआ। शिक्षा के अधिकार के अनुसार कक्षा में 30 से अधिक बच्चे नहीं पढ़ा सकते।
स्कूल का नाम क्लास एडमिशन चार्ज में बढ़ोतरी (रुपए में
चिन्मया विद्यालय एलकेजी 7000
नरभेराम स्कूल एलकेजी 780
एम एन पी एस नर्सरी 700
सेंट मेरीज स्कूल नर्सरी 495
केरला समाजन स्कूल नर्सरी, एलकेजी 2795
टैगोर एकेडमी एलकेजी 570
चर्च स्कूल बेल्डीह एलकेजी 1892
जेएच तारा पोरे धतकीडीह एलकेजी 625
डी बी एम एस इंग्लिश एलकेजी 1980