स्न्क्त्रन्ढ्ढयश्वरुन् : हाता-चाईबासा मेन रोड पर एनएच 220 पर राजनगर में बेकाबू वाहन ने ससुर-दामाद को रौंद डाला। शनिवार को देर रात हुए इस हादसे में दोनों की मौत हो गई। दुर्घटना इतनी भयानक थी कि घटना के बाद दामाद वहीं पर गिरा पड़ा था, जबकि ससुर का शव और स्कुटी अज्ञात वाहन में ही फंसा रहा और घटना स्थल से लगभग चार किमी दूर सिजुलता चौक पर स्कूटी गिरा पड़ा था। जबकि ससुर का शव लगभग पांच किमी दूर हेंसल में क्षत-विक्षत अवस्था में मिला। स्कूटी के पूरी तरह परच्खच्चे उड़ गए थे।

मौके पर पहुंची पुलिस

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पहले तो दामाद को उठाकर एमजीएम जमशेदपुर भेजा, लेकिन ले जाने के क्रम में ही दामाद ने रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं पुलिस ने घटना स्थल से लगभग चार किमी दूर सिजुलता चौक पर स्कुटी बरामद की जबकि ससुर का शव उससे एक किमी आगे हेंसल में से बरामद किया। पुलिस ने मृतकों की पहचान राजनगर थाना क्षेत्र के विश्रामपुर निवासी मंगल सोरेन 40 वर्ष तथा मतकमबेड़ा निवासी सुधीर किस्कु 55 वर्ष के रूप में हुई। दोनों रिश्ते में दामाद-ससुर थे। पुलिस ने दोनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया।

जा रहे थे हॉस्पिटल

जानकारी के अनुसार मंगल सोरेन की पत्नी जोबा सोरेन को शनिवार रात प्रसव पीड़ा हुई। जिसके बाद 108 एम्बुलेंस को फोन किया गया। एम्बुलेंस से पत्नी को गोविन्दपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। वहीं पत्नी को देखने के लिए मंगल सोरेन अपने ससुर सुधीर किस्कु के साथ स्कूटी से अस्पताल जा रहा था। हाता-चाईबासा मुख्य मार्ग पर प्रवेश करते ही चाईबासा से टाटा की ओर आ रही अज्ञात वाहन की चपेट में आ गए। वे लोग महज अस्पताल से दो सौ मीटर दूर रह गए थे।

मातम में बदली खुशियां

जिस बेटे के लिए मंगल सोरेन वर्षों से ख्वाहिश पाले थे, उसका मुंह देखे बिना ही वे इस दुनिया से विदा हो गए। पति की मौत के 15 मिनट पहले ही पत्नी ने बेटे को जन्म दिया। उस अभागन को यह पता भी नहीं था कि उसके पति की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई है। पत्नी जोबा सोरेन को साढ़े दस बजे पीएचसी गोविन्दपुर में भर्ती कराया गया था। उसने 10.45 बजे बेटे को जन्म दिया। जबकि लगभग 11 बजे पति की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। इस घटना ने हर किसी को झकझोर कर दिया।