-काफी खोजबीन के बाद भी हॉस्पिटल मैनेजमेंट ढूंढने में रहा नाकाम

JAMSHEDPUR: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में लापरवाही का एक और मामला सामने आया है। बुधवार को इमरजेंसी वार्ड से एक सबर महिला पेशेंट के गायब होने की सूचना आग की तरह फैल गई। घटना की जानकारी होने पर हॉस्पिटल मैनेजमेंट के पसीने छूटने लगे।

चल रहा था ट्रीटमेंट

भिलाई पहाड़ी निवासी श्यामपद्दो की पत्नी पुट्टी सबर को लीवर में इंफेक्शन होने के बाद ख्क् मई को एमजीएम हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था। हालत में कोई सुधार नहीं होने की वजह से डॉक्टर्स ने उसे बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स या फिर टीएमएच जाने की सलाह दी। सबर मरीज होने के नाते हॉस्पिटल मैनेजमेंट उसे मंगलवार को टीएमएच ले जाना उचित समझा। इससे संबंधित सारे कागजात और एंबुलेंस तैयार करने के बाद जब मरीज को ले जाने की बारी आई तो वह बेड से गायब मिली। आनन-फानन में हॉस्पिटल के कर्मचारी व पदाधिकारी भी पेशेंट की तलाश करने लगे, लेकिन मानगो बस स्टैंड व सहित आस-पास के सभी इलाकों में काफी देर तक खोज-बीन के बाद भी उसकी कोई खबर नहीं मिली।

व्यवस्था पर उठे सवाल

मरीज कहां गई, किसके साथ गई इसकी जानकारी किसी को नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इमरजेंसी से बिना बताए कोई भी मरीज आ-जा सकता है। इसकी जांच-पड़ताल करने वाला कोई नहीं है? उधर, हॉस्पिटल मैनेजमेंट पेशेंट के अपने घर जाने की बात कह रहा है, लेकिन इसकी पुख्ता जानकारी किसी के पास नहीं है।

भेजा गया टीएमएच

पटमदा प्रखंड के जोड़सा गांव की सबर बच्ची को बेहतर इलाज के लिए बुधवार को टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) रेफर कर दिया गया। उसके शरीर में खून की कमी है। उसे दो बोतल खून भी चढ़ाया जा चुका है। शरीर फूलने की वजह से दुर्गध आ रही है। दो और सबर मरीज का इलाज एमजीएम हॉस्पिटल में चल रहा है। दोनों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।

बुधवार को एक सबर बच्ची को टीएमएच भेजा गया है। मंगलवार को भी एक सबर महिला को भेजा जाना था। इसकी तैयारी भी कर ली गई थी। लेकिन इसी क्रम में वह अपना बेड छोड़कर कहीं चली गई। उसके बाद से अबतक नहीं आई है। उसकी जानकारी हासिल की जा रही है।

-डॉ आरवाई चौधरी, सुपरिंटेंडेंट, एमजीएम हॉस्पिटल