-स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को दिया निर्देश

-ईस्ट सिंहभूम में पहली बार लू का अलर्ट जारी

-अब तक लू से पीडि़त 22 मरीजों की दर्ज की गई रिपोर्ट

JAMSHEDPUR: ईस्ट सिंहभूम के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को पत्र लिखकर प्रतिदिन लू से संबंधित मरीजों की रिपोर्ट देने को कहा गया है ताकि इसे राज्य सर्विलांस विभाग को भेजा जा सके। शहर के अलग-अलग अस्पतालों में अब तक लू से पीडि़त कुल ख्ख् मरीजों की रिपोर्ट दर्ज की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने इस साल पहली बार लू को लेकर अलर्ट जारी किया है।

दवाएं उपलब्ध

गांवों में मौजूद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में तैनात डॉक्टरों व कर्मचारियों को लू से संबंधित विशेष दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं ताकि लोगों को समय पर बेहतर इलाज व सलाह मिल सके। इसके अलावा सभी सीएचसी व पीएचसी में ओआरएस घोल, नॉर्मल स्लाइन और पैरासिटामोल की गोलियों का स्टॉक भिजवा दिया दया है।

हेल्पलाइन नंबर 0म्भ्7-ख्ख्फ्भ्8फ्म् पर मिलेगी जानकारी

लोगों को बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के मकसद से हेल्पलाइन नंबर 0म्भ्7-ख्ख्फ्भ्8फ्म् जारी किया गया है। इसपर फोन कर कोई भी व्यक्ति उचित सलाह ले सकता है। वहीं सरकारी व निजी अस्पतालों के कर्मचारी भी इसका सही इस्तेमाल कर सकते हैं। किसी तरह की परेशानी होने पर वह सीधे संपर्क कर जानकारी ले सकते हैं।

दी जा रही सलाह

- लू लगने की सबसे बड़ी वजह शरीर में पानी की कमी होना है। इसलिए गर्मियों में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए।

- गर्मियों में आम का पन्ना पीना चाहिए। यह कच्चे आम का शर्बत होता है जो आपको लू से बचाता है।

- बाहर निकलने से पहले हमेशा अपने साथ पानी की बोतल रखें और थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहें। दिन में खाली पेट बाहर नहीं निकलें।

- धूप में निकलने से पहले पूरे अंगों को ढकने वाले कपड़े पहनें।

- बाहर से आने के बाद तुरंत पानी नहीं पीएं। जब आपके शरीर का तापमान सामान्य हो जाए तभी पानी पीएं।

लू का अलर्ट जारी किया गया है। सभी अस्पतालों को रोजाना रिपोर्ट जमा करने का सख्त निर्देश दिया गया है। लू जानलेवा हो सकती है, इसलिए लोगों को इससे बचने के उपाय करने चाहिए। अगर लू की आशंका हो तो तत्काल चिकित्सक से दिखाना चाहिए।

- डॉ। साहिर पॉल, जिला सर्विलांस पदाधिकारी