-बिष्टुपुर कमानी सेंटर स्थित श्रीलेदर्स शो-रूम में जयंती समारोह आयोजित

JAMSHEDPUR (05 May) : श्रीलेदर्स के विभिन्न शो-रूम में गुरुवार को किरणमयी दे की 9फ्वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर बिष्टुपुर स्थित कमानी सेंटर में श्रीलेदर्स शो-रूम में जयंती समारोह का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम किरणमयी दे के पुत्र शेखर दे ने उनकी तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर श्रीलेदर्स के निदेशक शेखर दे ने कहा कि असम के लक्कीपुर में एक उच्च घराने में जन्मी उनकी माता किरणमयी दे का विवाह उनके पिता सुरेश चंद्र दे के साथ हुआ। विवाह के बाद वो उनके पिता के हर सुख-दुख में कंधे से कंधा मिलाकर चलती रहीं। उन्होंने कहा कि उनकी माता उनके पिता सुरेश चंद्र डे की तरह साहसी, ईमानदार, दृढसंकल्प व्यक्तित्व की धनी थीं। उन्होंने अपने साहस के बल पर कई ऐसे काम कर दिखाए जिन कामों को पुरुष भी करने से कतराते रहे। किरणमयी दे ने घर संसार संभालते हुए सुरेश चंद्र दे के व्यवसाय में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। शेखर दे ने कहा कि किरणमयी दे लड़कियों को आगे लाना चाहती थी। साथ ही वो लड़कों लड़कियों में ज्यादा फर्क ना करते हुए उन्हें एक समान नजरों से देखा करती थी। उन्होंने कहा कि उनका यह चरित्र, सच बोलने का साहस, इमानदारी उनकी माता किरणमयी दे से उन्हें विरासत में मिली है। समारोह को सुभाष संस्कृति परिषद के प्रसिडेंट डॉ रंजीत चौधरी, विजन सरकार, उदयन संघ के प्रसिडेंट भाष्कर मित्रा, मिलानी मेंबर विमल चक्रवती ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन तथा धन्यवाद ज्ञापन श्रीलेदर्स के मैनेजर तुषार के सरकार ने किया।