-वीसी ने निरीक्षण के दौरान कई अनियमित्ताएं आईं सामने

-दो दिन के अंदर स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश

-क्लास नहीं ले रहे थे विभागाध्यक्ष, रखे गये थे गेस्ट फैकल्टी

-निरीक्षण रिपोर्ट उजागर होते ही विभागाध्यक्षों में मचा हड़कंप

JAMSHEDPUR: कोल्हान यूनिवर्सिटी (केय) के वीसी डॉ आरपीपी सिंह ने मंगलवार को सभी विभागों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान उन्हें कई विभाग बंद मिले तो छात्रों की हाजिरी में भी कई तरह की अनियमितताएं उजागर हुई। यहां तक कि विभागाध्यक्षों के रहते हुए भी गेस्ट फैकल्टी रखकर छात्रों को पढ़ाया जा रहा था और इसकी जानकारी तक वीसी को नहीं थी। यानी वीसी की नाक के नीचे सारा गड़बड़झाला हो रहा था। सिर्फ यहीं नहीं कई शिक्षक क्लास ही नहीं ले रहे थे। इस निरीक्षण के बाद केयू के वीसी डॉ आरपीपी सिंह ने निरीक्षण रिपोर्ट तैयार की। इस रिपोर्ट में विश्वविद्यालय के कई विभागाध्यक्षों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए दो दिन के अंदर स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया गया है। निरीक्षण रिपोर्ट की प्रति कुलाधिपति को भी भेज दी गई है। निरीक्षण रिपोर्ट के उजागर होने के बाद विभागाध्यक्षों के बीच हड़कंप मच गया है।

नहीं लेते एक भी क्लास

वीसी के निरीक्षण के क्रम में यह भी पता चला है कि विश्वविद्यालय के अधीन ऐसे कई प्रोफेसर हैं, जिन्होंने अब तक एक भी क्लास नहीं ली है। बताया जा रहा है ऐसे प्रोफेसरों की संख्या ख्0 से अधिक है।

बिना हाजिरी के भरवाया परीक्षा फॉर्म

स्नातक पार्ट थर्ड व पीजी पार्ट टू में हाजिरी को लेकर कई छात्र परीक्षा फार्म नहीं भर पा रहे हैं लेकिन सांठ-गांठ से प्रोफेसर व विभागाध्यक्षों द्वारा अपने चहेतों को बिना हाजिरी के ही परीक्षा फॉर्म भरवा दिया जा रहा है। ऐसे ही एक मामले का खुलासा कुलपति डा। आरपीपी सिंह के मंगलवार को अर्थशास्त्र विभाग के निरीक्षण के दौरान हुआ। यहां दो छात्र क्रम संख्या फ्म् नाम तेजदीप पोद्यार एवं क्रम संख्या-ख्0 नागेंद्र नाथ महतो को अपेक्षित उपस्थिति पूरा किये बिना परीक्षा फॉर्म भरने हेतु अनुमति दे दी गई। इस संबंध में कुलपति ने विभागाध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए आदेश दिया है कि दो दिनों के भीतर यह बतायें कि किस अधिनियम के तहत इन दो छात्रों को फॉर्म भरने की अनुमति दी गई।

निरीक्षण के दौरान ऐसे कई तथ्य उभर कर सामने आये हैं, जिसे सपने में भी नहीं सोचा था। ऐसे निरीक्षण आगे भी जारी रहेंगे। विभागाध्यक्षों को सही तरीके से काम करने का निर्देश दिया गया है। नियमों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। विभागाध्यक्षों को कार्यशैली सुधारने को कहा गया है।

-डॉ। आरपीपी सिंह, वीसी, कोल्हान यूनिवर्सिटी।