-शंभू सिंह ने लिखी थी 20 लाख की चोरी की स्क्रिप्ट

JAMSHEDPUR : गोलामुरी थाना क्षेत्र के रिफ्यूजी कॉलोनी में 31 मार्च को हुई चोरी में शामिल तीन क्रिमिनल्स को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। शुक्रवार को पुलिस ने अपराधियों के पास से 1.12 लाख कैश, 1150 ग्राम चांदी (गलाया हुआ), 400 ग्राम चांदी की बूंदी और चोरी के पैसे से खरीदा गया एक बाइक रिकवर किया है। चोरी हरबींदर सिंह के बंद पड़े मकान में 31 मार्च को रात के करीब 2 बजे हुई थी। क्रिमिनल्स दरवाजे का कुंडी काटकर अलमीरा से ज्वेलरी, कैश सहित 20 लाख की संपत्ति को चुरा ले गए थे।

गोलमुरी थाने में दर्ज हुआ था एफआईआर

हरबींदर सिंह के बयान पर 1 अप्रैल को गोलमुरी थाने में मामला दर्ज किया गया था। मामले का मास्टरमाइंड गोलमुरी के मथुराबगान का रहने वाला शंभु सिंह है। इसके पूर्व भी जेल जा चुका है। चोरी में शामिल धरम ठाकुर और सुनील केदार की भी पुलिस ने अरेस्ट किया है। धरम ठाकुर भी गोलमुरी थाना क्षेत्र के मथुराबगान का रहने वाला है। चोरी में शामिल तीनों क्रिमिनल्स को एसएसपी अमोल वेणुकांत होमकर और सिटी एसपी चंदन झा ने मीडिया के समक्ष पेश्ा किया।

सुनील केदार ने खरीदा था चोरी का माल

चोरी की ज्वेलरी को सुनील केदार ने खरीदा था। वह सीताराम डेरा स्थित विनय सिंह के मकान में किराएदार के रूप में रहता था। सुनील केदार मूलरूप से वह महाराष्ट्र के सोलापुर का रहने वाला है। एसएसपी ने बताया कि घटना में तीन और क्रिमिनल्स शामिल हैं। तीनों को आइडेंटीफाइ किया जा चुका है। हालांकि एसएसपी ने इन तीनों के बारे में ज्यादा डिटेल नहीं बताया पर इतना कहा कि इन्हें भी गिरफ्त में लेने की कोशिश की जा रही है।

48 घंटे में उतार दें गाडि़यों में लगी काली फिल्म

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JAMSHEDPUR : अगर आपने वाहन पर काली फिल्म लगवा रखी है तो इसे हटाने को आपके पास ब्8 घंटे का समय है। इसके बाद पुलिस फिल्म हटाने को विशेष अभियान शुरू करने वाली है इस दौरान जो वाहन पकड़े जाएंगे उनकी काली फिल्म तो उतारी ही जाएगी साथ कानूनी कार्रवाई के साथ जुर्माना भी वसूला जाएगा। यह जानकारी एसएसपी अमोल वी होमकर ने शुक्रवार को दी। एसएसपी ने बताया कि अभियान सिटी एसपी चंदन कुमार झा के नेतृत्व में चलाया जाएगा। इसमें ट्रैफिक डीएसपी और सभी डीएसपी शामिल होंगे। अभियान में प्रेस और पुलिस लिखे वाहन का भी सत्यापन किया जाएगा। ऐसी जानकारी मिल रही है फर्जी तरीके से वाहन पर प्रेस और पुलिस लिखकर शहर में लोग घूम रहे हैं। प्रेस और पुलिस लिखे जाने के कारण वाहन जांच के दौरान ऐसे लोग बच निकलते हैं।