-अर्चना सिंह के नेतृत्व में दिया धरना

-अनुपस्थित कुलपति को बुलाने पर रहे अड़े

CHAIBASA: छात्र नेता अर्चना सिंह के नेतृत्व में रेडिकल यूथ्स एंड स्टूडेंट हेल्पलाइन के बैनर तले जमशेदपुर के तीन कॉलेजों के स्टूडेंट्स ने कोल्हान यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। मंगलवार से छात्र-छात्राओं ने कुलपति डॉ। आरपीपी सिंह की गैरमौजूदगी में उनके ऑफिस कैंपस में ही डेरा डाल दिया। आंदोलनकारी छात्र-छात्राओं को समझाने पहुंचे रजिस्ट्रार डॉ। एससी दास की कोई भी बात मानने से इनकार करते हुए छात्र वीसी को ही वार्ता के लिए बुलाने पर अड़े हुए हैं। दोपहर क्ख् बजे से छात्रों का यह समूह कुलपति कार्यालय परिसर में ही बैठा है। सदर बीडीओ मुकेश मछुवा ने स्टूडेंट्स को समझा-बुझाकर आंदोलन खत्म कराने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों और एसडीएम के लिखित आश्वासन के बाद स्टूडेंट्स ने प्रदर्शन खत्म किया। छात्र नेता अर्चना सिंह ने बताया कि क्म् अप्रैल को उनकी वीसी के साथ मीटिंग होगी, जिसमें वे उनके सामने अपनी मांगों पर चर्चा करेंगे।

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ये हैं स्टूडेंट्स की मांगें

क्। जमशेदपुर वीमेंस कालेज में एजी आडिट के दौरान फ्0 करोड़ की अनियमितता का खुलासा करने वाली प्रिंसिपल को निगरानी जांच तक वापस लाया जाए।

ख्। डॉ। सुजाता सिन्हा को सीनियर घोषित करने का आधार स्पष्ट करें कुलपति।

फ्। जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कालेज के प्रिंसिपल पर वित्तीय अनियमितता रजिस्ट्रार रहते हुए व जमशेदपुर वर्कर्स कालेज में रहते हुए कई वित्तीय अनियमितता का आरोप लगा था, फिर किस आधार पर वर्तमान कुलपति ने उन्हें क्लीन चीट प्रदान किया।

ब्। बीबीए, बीसीए में नामांकन के नाम पर हजारों रुपए लिए जाते हैं, फिर उन्हें बी.कॉम की डिग्री क्यों दी जाती है।

भ्। को-ऑपरेटिव कॉलेज के एक्स प्रिंसिपल डॉ आरके दास के निलंबन का कारण स्पष्ट करें।

म्। जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज व को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल्स को फिर से बहाल किया जाए।