जमशेदपुर (ब्यूरो): विगत 20 से 30 जून को इटली के बोलोनिया स्थित प्रतिष्ठित पैलेस पलाजो डी एकर्सियो में ऐतिहासिक चित्रों का प्रदर्शन हुआ। इस इंकॉन्ट्री यूरोप प्रदर्शनी में भारतीय कलाकार स्वाति घोष" ने फिर एक बार भारत को विदेशी जमीन पर गौरवान्वित किया है। इससे पहले भी कई आर्ट फेस्टिवल के दौरान स्वाति घोष अलग अलग देशों में भारत का प्रतिनिधित्व करते नजर आई हैं। बोलोनिया प्रदर्शनी में मिनारी समूह के साथ अन्य इटालियन कलाकार भी शामिल थे।

सपना हुआ पूरा

वल्र्ड की 100 महिला आर्टिस्ट में स्वाति भी शामिल हुईं। गत 2 जुलाई को न्यूयॉर्क सिटी के टाइम स्क्वायर ने इस ऐतिहासिक महत्वपूर्ण घटना को बड़े पैमाने पर बिग स्क्रीन पर प्रदर्शित किया, जिसमें भारतीय महिला पेंटर स्वाति घोष को भी दिखाया गया। यह भारत के कई कलाकारों का सपना होता है औऱ स्वाति का यह सपना पूरा हुआ। स्वाति घोष भारतीय कला के लिए एक उभरता हुआ नाम है। इन्होंने अपनी अद्भुत पेंटिंग के माध्यम से समाज को सकारात्मक संदेश देने का काम किया है। स्वाति घोष मिनारी नामक एक समूह की सदस्य हैं, जो यूरोप में स्थित है। इस समूह में कई देशों के कलाकार मौजूद हैं। इस समूह ने यूरोप में कई प्रदर्शनियों में एक साथ अपनी कला का प्रदर्शन किया है।

जमशेदपुर में हुआ है जन्म

स्वाति घोष का जन्म 28 जुलाई 1983 को जमशेदपुर शहर में हुआ। इन्होंने कानपुर से अपनी शिक्षा पूरी की। वर्ष 2014 में स्वाति ने कोलकाता में भारतीय ललित कला शिक्षकों से अपने घर पर निजी शिक्षा लेनी शुरू की। उन्होंने 2018 में लंदन आर्ट कॉलेज से ड्राइंग और पेंटिंग में डिप्लोमा प्राप्त किया।