-टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक ने इस्पात उद्योग की चुनौतियों पर तोड़ी चुप्पी

-कहा, हमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीन से मिल रही कड़ी टक्कर

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JAMSHEDPUR: बुधवार को टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने कंपनी के एनुअल परफॉर्मेस की जानकारी दी। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश के स्टील इंडस्ट्री को चीन से कड़ी चुनौती मिल रही है। जापान और कोरिया के साथ किए गए समझौते के कारण बाहर से आयात होकर आने वाले स्टील की कीमत देश में तैयार होने वाले स्टील से कम पड़ रही है। घरेलू बाजार के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चीन और रूस से जबरदस्त प्रतिस्पद्र्धा हो रही है। वर्ष ख्0क्ब् में चीन ने 9ख् मिलियन टन स्टील का निर्यात किया वहीं जनवरी माह में क्0 मिलियन टन का निर्यात किया है। अगर यह आंकड़ा ऐसे ही आगे बढ़ा तो बाजार में चीन से उत्पादित होकर आने वाला स्टील क्00 मिलियन टन तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि हम एक वर्ष में जितने स्टील का उत्पादन कर रहे हैं, उतना चीन कुछ महीनों में निर्यात कर रहा है। अगर केंद्र सरकार मेक इन इंडिया अभियान को सफल बनाना चाहती है तो उसे देश के स्टील उद्योग के समक्ष खड़ी चुनौतियों का समाधान करना होगा। फिलहाल एक मिलियन टन स्टील उत्पादन के लिए प्लांट की स्थापना में तकरीबन म्000 करोड़ रुपये का खर्च पड़ रहा है। चीन जैसे देश में सरकारी ही स्टील उत्पादन कर रही है। वह फ् से ब् फीसद के लाभ पर भी न सिर्फ बाजार में बने हुए हैं बल्कि अधिक से अधिक उत्पादन के लिए भारी-भरकम निवेश करने में भी परहेज नहीं कर रहे हैं। जमशेदपुर में विगत तीन से चार साल में टाटा स्टील ने ख्ख्000 करोड़ रुपये का निवेश किया है वहीं छह मिलियन टन स्टील उत्पादन की क्षमता वाले ओडिशा के कलिंगानगर प्रोजेक्ट पर ब्0,000 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। हम शून्य दुर्घटना का लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं। कंपनी परिसर के साथ-साथ शहर में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कई बार ऐसा देखा गया है कि लोग नियमों की अवहेलना करते हैं। इस प्रवृति को बदले की जरूरत है। यूनियन भी प्रबंधन के साथ सहयोग कर रही है। हमें प्रधानमंत्री ट्राफी मिली है। इसके लिए हम अपने सभी कर्मचारियों के प्रति आभार प्रकट करते हैं।

टीवी नरेन्द्रन ने टाटा स्टील ने घोषित किए नतीजे

बुधवार को कंपनी ने फाइनांशियल इयर ख्0क्भ् के उत्पादन व बिक्री संबंधी नतीजे घोषित किए। हॉट मेटल का उत्पादन टफाइनांशियल इयर ख्0क्ब् के मुकाबले ख्.भ्ख् फीसद बढ़कर क्0.क्भ् मिलियन टन हो गया। गत वर्ष यह आंकड़ा 9.90 मिलियन टन था वहीं क्रूड स्टील के उत्पादन में फाइनांशियल इयर ख्0क्भ् में क्.8भ् फीसद बढ़कर 9.फ्ख् मिलियन टन हो गया। सेलेबल स्टील में भी क्.म् फीसद की बढ़ोत्तरी हुई। यह ख्0क्ब् के मुकाबले 8.9फ् मिलियन टन से बढ़कर 9.07 मिलियन टन हो गया। रॉ मेटेरियन, कोक, सिंटर, आयरन, स्टील मेकिंग जैसे क्षेत्रों में कंपनी ने कई नये कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इन्वायरमेंट क्लियरेंस और सीटीओ म्9 फीसद से बढ़कर 77 फीसद तक पहुं गया। कंपनी के पिलेट प्लांट को दुनिया के सबसे साफ पिलेट प्लांट में शामिल किया गया।

एमडी ने की महत्वपूर्ण घाेषणाएं

क्। नये फाइनांशियल इयर में शुरू हो जाएगा ईस्टर्न कॉरिडोर योजना

टीवी नरेन्द्रन ने कहा कि तकरीबन क्ब्00 करोड़ की लागत वाली ईस्टर्न कॉरिडोर योजना नये फाइनांशियल इयर में शुरू हो जाएगी। राज्य सरकार के स्तर से हरी झंडी मिल गई है। इस संबंध में टाटा स्टील की आंतरिक प्रक्रिया में इसे अगले छह महीने के अंदर पूरी कर ली जाएगी।

ख्। मेडिकल कॉलेज की शुरुआत अगले सत्र से

टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट कारपोरेट सर्विसेस सुनील भास्करन ने कहा कि मनीपाल यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर नये मेडिकल कॉलेज की स्थापना संबंधी प्रक्रिया राज्य सरकार के स्तर पर पूरी हो चुकी है। अब मामला केंद्र में एचआरडी में लंबित है। हम उम्मीद करते हैं कि अगले सत्र से नये मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई शुरू हो जाएगी।

फ्। इन्कैब को लेकर सकारात्मक पहल

टाटा स्टील के ग्रुप एक्जीक्यूटिव कारपोरेट एवं फाइनेंस कौशिक चटर्जी ने कहा कि इन्कैब के अधिग्रहण को लेकर प्रक्रिया सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है। कई कानूनी पहलुओं को हल किया जा चुका है। सरकार के स्तर से भी सकारात्मक सहयोग मिल रहा है। कंपनी से जुडे़ सभी लोगों के हितों को महत्व दे रहे हैं।

ब्। रांची एयरपोर्ट से होगी सहुलियत

टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेन्द्रन ने कहा कि रांची व जमशेदपुर के बीच सड़क मार्ग बेहतर हुआ है। अब डेढ़ घंटे के अंदर रांची एयरपोर्ट से जमशेदपुर की दूरी तय हो सकती है। लिहाजा यह बेहतर विकल्प है। आदित्यपुर में एयरपोर्ट निर्माण को लेकर कई स्तर पर वार्ता चल रही है। भविष्य का इंतजार करना चाहिए। हालांकि संकेत ऐसे थे कि अब एयरपोर्ट निर्माण का मुद्दा ठंडे बस्ते में चला गया है।

भ्। ऐतिहासिक इमारतों के रख-रखाव पर ध्यान

टाटा स्टील के एमडी ने कहा कि कंपनी अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले तमाम ऐतिहासिक इमारतों के रख-रखाव को लेकर काफी सजग है। कंपनी क्षेत्र से बाहर की इमारतों के रख-रखाव पर भी ध्यान दिया जाएगा।