-गुरुवार को मैक्सिमम टेम्परेचर रहा 41 डिग्री सेल्सियस

-नहीं चली हवा, उमस से परेशान रहे लोग

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JAMSHEDPUR: सिटी में तेज धूप और उमस भरी गर्मी ने जमशेदपुराइट्स की रफ्तार पर ब्रेक सी लगा दी है। गुरुवार की दोपहर में बेहद जरूरी काम होने पर ही लोग घरों से बाहर निकले। दिन के क्0 बजे से ही सड़कें सुनसान होने लगी थीं। सिटी में पिछले चार दिनों में चार डिग्री सेल्सियस पारा चढ़ गया। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार क्8 मई को तापमान फ्म् डिग्री सेल्सियस, क्9 को फ्म् डिग्री सेल्सियस, क्9 को फ्ब् डिग्री सेल्सियस, ख्0 को फ्7.8 और ख्क् को मैक्सिमम टेंप्रेचर ब्क्.भ् डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके पहले क्फ् मई को शहर का टेंप्रेचर ब्0 डिग्री सेल्सियस था, लेकिन बारिश की वजह से सिटी का तापमान कम हो गया था। गुरुवार को हवा नहीं चलने से उमस ज्यादा थी।

गुरुवार को ऐसा रहा टेम्परेचर

समय टेम्परेचर

मॉर्निग भ् बजे ख्9

मॉर्निग 7.फ्0 फ्क्.ब्

क्0.फ्0 फ्भ्

क्क्.फ्0 फ्7.8

ख्.फ्0 ब्क्

इवनिंग भ्.फ्0 फ्7.8

(टेम्परेचर डिग्री सेल्सियस में)

बढ़ी कोल्ड ड्रिंक्स और आइस्क्रीम की डिमांड

बढ़ती गर्मी से कोल्ड ड्रिंक्स, आइस्क्रीम और लस्सी की डिमांड बढ़ गई है। इसके साथ ही फलों के जूस, शर्बत और सत्तू की मांग भी बढ़ी है। चौक-चौराहों पर लगने वाले अस्थायी दुकानों पर लोगों ने प्यास शांत की।

बढ़ने लगी मरीजों की संख्या

सिटी के हॉस्पिटल्स और नर्सिग होम्स में मौसमजनित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। लू लगने, पेचिस, दस्त सहित अन्य मौसम जनित बामारियों से ग्रसित मरीज काफी संख्या में पहुंच रहे हैं

रहें जरा संभल कर

एसी से िनकल कर धूप में न जाएं

डॉ बलराम झा ने बताया कि गर्मी में लू लगना, चक्कर आना, डिहाइड्रेशन, उल्टी, घबराहट, नकसीर, सन बर्न जैसी बीमारियां हो सकती हैं। खाली सिर धूप में निकलने से परहेज करना चाहिए। कूलर या एसी से निकल कर सीधा धूप में न जाएं। तेज मसालेदार खाना, शराब आदि का सेवन न करें। तुरंत धूप से आकर ठंडा पानी पीना, हाथ मुंह धोना और एसी या कूलर में बैठना नहीं चाहिए।

रपूर पानी पीकर निकलें

वैद्य शशिकांत मिश्रा के अनुसार गर्मी में जब भी घर से निकलें कुछ खा कर और पानी पी कर ही निकलें। गर्मी में ज्यादा भारी या बासी भोजन नहीं करें। क्योंकि गर्मी में शरीर की जठराग्नि मंद रहती है, इसलिए पाचन शक्ति भी घट जाती है। जरूरत से ज्यादा खाने या भारी खाना खाने से उलटी-दस्त की शिकायत हो सकती है। गर्मी में सूती और हल्के रंग के कपडे़ पहनने चाहिए। चेहरा और सिर रूमाल या गमछा से ढंक कर निकलना चाहिए। प्याज का सेवन लाभकारी हो सकता है। बाजारू ठंडी चीजे नहीं बल्कि घर की बनी ठंडी चीजो का सेवन करें। ठंडा मतलब आम, खस, चन्दन, गुलाब, फालसा और संतरे का र्शबत, ठंडई सत्तू, दही की लस्सी, मट्ठा, गुलकंद का सेवन करना चाहिए। इनके अलावा लौकी, ककड़ी, खीरा, पालक, पुदीना, नींबू, तरबूज आदि का सेवन अधिक करना चाहिए। घड़े या सुराही का पानी रोजना ब्-भ् लीटर पीना चाहिए। अगर योग के जानकार हैं तो सीत्कारी, शीतली तथा चन्द्रभेदन प्राणायाम और श्वासन का अभ्यास गर्मी में लाभदायक हो सकता है।