-स्वास्थ्य विभाग शुरू किया प्रचार-प्रसार

JAMSHEDPUR: बुधवार को आई जांच रिपोर्ट में पांच को जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) और तीन को डेंगू होने की पुष्टि हुई। डेंगू मरीजों का इलाज एमजीएम के आईसीयू, ब्रह्मानंद व टाटा मोटर्स अस्पताल में चल रहा है। डेंगू के तीनों मरीज पुरुलिया, गोलमुरी व टेल्को के रहने वाले हैं। जेई की सभी मरीजों का इलाज टीएमएच और मर्सी हॉस्पिटल में चल रहा है।

चस्पाए गए पोस्टर

राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से बुधवार को जगह-जगह पर फ्लेक्स, पोस्टर व हैंडबिल लगाएं गए हैं। बुधवार को इसकी शुरुआत डीसी ऑफिस से की गई। यहां पर फ्लेक्स व पोस्टर चिपकाए गए। इसका मकसद अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना है। विभाग की ओर से दो-दो हजार पोस्टर व हैंडविल तैयार किया है। वहीं क्0 फ्लेक्स सार्वजनिक स्थान पर लगाए जाएंगे। इसमें डेंगू, चिकुनगुनिया सहित सभी तरह के मच्छरजनित बीमारियों के लक्षण, कारण व रोकथाम के सुझाव दिए गए है।

आते रहे सवाल

सर्विलांस विभाग द्वारा हेल्पलाइन नंबर 0म्भ्7-ख्ख्फ्भ्8फ्म् व ख्फ्क्7ख्ख्ख् जारी करने का फायदा यह हुआ कि बुधवार को दर्जनों लोगों ने फोन कर इससे संबंधित सीधे सवाल पूछे। अधिकांश लोग डेंगू के लक्षण व इलाज जानने की कोशिश की। वहीं कई लोगों ने यह भी सवाल किया कि अगर किसी को डेंगू के लक्षण मिले तो वह कहां जाए।

डेंगू, चिकुनगुनिया फैलाने वाले एडिस मच्छर दिन में ही काटते हैं। जांच और उपचार की सुविधा सभी सरकारी अस्पताल में नि:शुल्क उपलब्ध है। अधिक जानकारी के लिए हेल्प लाइन का सहयोग ले सकते हैं।

- डॉ। साहिर पॉल, जिला सर्विलांस पदाधिकारी