-थाना के सामने ही टूटता है ट्रैफिक रूल्स

JAMSHEDPUR: शहर में पांच ट्रैफिक थाने हैं, लेकिन थानों के सामने ही ट्रैफिक रूल्स की धज्जियां उड़ाई जाती हैं। पुलिस चौकियों के सामने ऑटो वाले पैसेंजर बैठाते हैं, रोड पर ही लोग अपनी बाइक पार्क करते हैं, यहां तक कि फोर व्हीलर खड़ी कर मार्केटिंग करते हैं। लेकिन पुलिस के कान में जूं तक नहीं रेंगता। ऐसा तब हो रहा है जब शहर के सभी प्रमुख चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। कंट्रोल रूम से इसकी मॉनिटरिंग भी होती है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर होता कुछ भी नहीं।

थाना के सामने टूटता है रूल्स

साकची थाना कंपाउंड में ही ट्रैफिक थाना भी है। साकची थाना के सामने ग्रेजुएट कॉलेज है। ग्रेजुएट कॉलेज जाने के लिए लोग रांग साइड का सहारा लेते हैं। लिहाजा कई बार एक्सीडेंट हो जाता है। लेकिन न तो पब्लिक सुधरती और न ही पुलिस कोई कार्रवाई करती है।

रेलवे ब्रिज पर सजती है सब्जी मंडी

रेलवे ब्रिज पर सब्जी मंडी सजती है। सब्जी से लेकर तमाम जरूरी सामानों की खरीदारी लोग रोड के किनारे लगी दुकानों से करते हैं। उनकी बाइक और दूसरी व्हीकल्स भी रोड के किनारे ही पार्क किए जाते हैं। इस वजह से रोजना सुबह से ही यहां जाम लगा रहता है। ट्रैफिक पुलिस सिर्फ खड़ी दिखाई देती है।

सड़क बना ऑटो स्टैंड

ऑटो रोकने और पैसेंजर बैठाने के लिए कोई शहर में कोई कानून नहीं है और अगर है भी तो उसका फॉलो नहीं होता। लिहाजा रोड के किनारे पैसेंजर बैठाने और उतारने के समय जाम की स्थिति बनती है। शहर के ऑटोवाले अपनी मर्जी के मालिक हैं और ट्रैफिक पुलिस भी एक्टिव नहीं दिखाई देती।

जान हथेली पर

जुगसलाई का रेलवे फाटक बंद होने से लोग शॉर्टकट तलाशते हैं। फाटक के नीचे से लोग रेलवे क्रॉसिंग पार करते हैं। ऐसा कई बार होता है कि ट्रेन सामने हो और लोग रेलवे लाइन क्रॉस कर रहे हैं। यहां पर जान हथेली पर फाटक पार करने का यह सिलसिला आम बात है, हालांकि रेलवे एक्ट के तहत फाटक बंद होने पर क्रॉस करना एक्ट का उल्लंघन माना जाता है।

अतिक्रमण हटाने के लिए लोगों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। व्हीकल पार्किग के लिए स्पॉट फिक्स किए गए हैं। स्मूथ ट्रैफिक के लिए सभी जरूरी संसाधन पुलिस के पास उपलब्ध हैं। नो पार्किग जोन में खड़ी गाडि़यों पर जुर्माना लगाया जाता है।

-विवेकानंद ठाकुर, ट्रैफिक डीएसपी