छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा पैसेंजर्स की सुविधा के लिए लंबी दूरी के ट्रेनों में ट्रेन कैप्टेन की व्यवस्था की जा रही है। इसकी जवाबदेही संबंधित ट्रेन के ट्रेन सुपरीटेंडेंट को सौंपी जायेगी। यानी जिस किसी को भी ट्रेन सुपरीटेंडेंट की जिम्मेवारी मिलेगी उसे ट्रेन कैप्टेन के तौर पर नोमिनेट किया जायेगा। इसके बाद से ट्रेन कैप्टेन ही ट्रेन के रवाना होने से गंतव्य तक ट्रेन के पहुंचने तक मौजूद सभी कर्मचारियों के टीम लीडर के तौर पर तैनात रहेंगे। यह व्यवस्था लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए होगी।

यूनिफार्म में रहेंगे

यात्री को कोई धोखा न हो ट्रेन कैप्टेन को पहचानने के लिए, इसके लिए ट्रेन कैप्टन यूनिफॉर्म में रहेंगे और उक्त यूनिफार्म में ट्रेन कैप्टन लिखा बैज लगा होगा। इस संबंध में रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (ट्रैफिक) नीरज सहाय ने सभी रेल जीएम को पत्र लिखकर कर्मचारियों को निर्देश देने को कहा गया है और उन्हें बताना है कि ट्रेन में उन्हें ट्रेन कैप्टेन के हर निर्देश का पालन करना होगा। यही नहीं जोनल रेलवे को यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि यात्रियों को ट्रेन कैप्टेन के बारे में जानकारी हो। इसके लिए ट्रेन खुलने से पहले रिजर्वेशन चार्ट पर ट्रेन कैप्टेन का नाम व नंबर भी अंकित करने को कहा गया है। इसके लिए समय-समय पर घोषणा करने को भी कहा गया है।

यात्रा हो सुखद

बता दें कि राजधानी, शताब्दी और दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन में ट्रेन अधीक्षक होते हैं। ऐसे में उन्हें ही ट्रेन कैप्टेन मनोनीत किया जाएगा। ट्रेन में तैनात सभी कर्मचारी और आउटसोर्स एजेंसी के कर्मचारी भी यात्रा के दौरान ट्रेन कैप्टेन को ही रिपोर्ट करेंगे, ताकि यात्रा को सुखद बनाया जा सके।

इसके अलावा ऐसी ट्रेनों जिनमें ट्रेन अधीक्षक नहीं होते हैं, वहां जोनल रेलवे स्तर पर किसी सीनियर टिकट कलेक्टर को ट्रेन कैप्टेन की जिम्मेवारी सौंपी जायेगी। उन्हें ट्रेन कैप्टेन का बैज भी सौंपा जायेगा। यही नहीं ट्रेन कैप्टेन के पास ट्रेन में कार्यरत सभी कर्मचारियों का मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया जायेगा, ताकि वे उनके संपर्क में रह सकें।