-पिता बसंत महाकुड एलआईसी एजेंट हैं, बिकास को मिले कुल 480 मा‌र्क्स

-बिकास ने आई नेक्स्ट से शेयर की सक्सेस स्टोरी

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JAMSHEDPUR: 'मेरी शादी पर तुमने शानदार गिफ्ट दिया है' सावित्री महाकुड की जुबान से जब ये शब्द निकले तब उसकी आंखों में आंसू थे और अपने छोटे भाई बिकास महाकुड को उसने गले से लगा लिया। मौका ही कुछ ऐसा था। बहन की शादी दो दिन बाद होने वाली है और भाई बन गया मैट्रिक का स्टेट टॉपर। मुसाबनी स्थित सरस्वती विद्या मंदिर के स्टूडेंट बिकास ने शादी के घर की खुशियों को अपने अचीवमेंट से कई गुना बढ़ा दिया। बिकास की बहन सावित्री की शादी फ्0 अप्रैल को होने वाली है। विकास के पिता बसंत महाकुड एलआईसी एजेंट हैं और मां धनवंत्री महाकुड गृहणी हैं। सोमवार को झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा डिक्लेयर किए गए मैट्रिक रिजल्ट में बिकास को भ्00 में ब्80 मा‌र्क्स मिले और वह स्टेट टाॅपर बना।

पापा ने कहा, जो बनना है बनो बस अच्छा करो

बिकास ने आई नेक्स्ट से बात करते हुए कहा कि पढ़ाई में पापा का हमेशा सपोर्ट रहा। उसने बताया कि पापा ने उसे फ्री कर दिया था कि वह जो चाहे कर सकता है। उनकी बस यही इच्छा है कि बिकास जो भी करे अच्छा करे। बिकास की मां ने भी बेटे को हमेशा सपोटर्1 किया।

प्राइमरी, मिडिल और हाई स्कूल की पढ़ाई डिफरेंट स्कूलों से की

बिकास ने प्राइमरी की पढ़ाई पोटका स्थित अपने गांव मुकुंडासाई के पास के गांव नाटोसाई में कंप्लीट की। उसके बाद रोसनचुपा स्थित सरस्वती शिशु मंदिर से मिडिल स्कूल और फाइनली मुसाबनी स्थित वित्त रहित स्कूल सरस्वती विद्या मंदिर से मैट्रिक तक की पढ़ाई की। हाई स्कूल की पढ़ाई बिकास ने हॉस्टल में रहकर पूरी की।

सबसे पहले पापा को बताया

बिकास ने कहा कि एग्जाम में अच्छा लिखने से उन्हें कांफिडेंस था कि रिजल्ट अच्छा आएगा, लेकिन वह स्टेट टॉपर बन जाएगा इसकी उम्मीद नहीं थी। जब रिजल्ट आया तो बिकास ने इसकी खबर सबसे पहले पापा को दी। रिजल्ट के बारे में जानने के बाद बिकास के पापा ने इतना ही कहा कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती।

डॉक्टर बन सेवा करने की है इच्छा

बिकास का सपना डॉक्टर बनने का है। उसने बताया कि वह डॉक्टर बन गांवों में जाकर लोगों की सेवा करना चाहता है। उसका फेवरेट सब्जेक्ट इंग्ि1लश है।

जितनी देर पढ़ें मन से पढ़ें

बिकास डेली म्-7 घंटे पढ़ाई करता था। उसने बताया कि वह हमेशा पूरे मन से पढ़ाई करता था। उसने कहा कि गांव के बच्चे भी बहुत अच्छा कर सकते हैं, बस उनमें कॉन्फिडेंस होना चाहिए। कॉन्फिडेंस की वजह से ही बिकास को यह मुकाम मिला।