JAMSHEDPUR: विष्णु चंद्र चौधरी सोनारी के आशियाना गार्डन स्थित लोटस बिल्डिंग में रहता है। जानकारी के मुताबिक वर्ष ख्00फ् में अवैध खनन का खुलासा होने पर विष्णु चौधरी ने पोटका थाना क्षेत्र अंतर्गत ढेगाम में भ्0-म्0 हजार टन अवैध पायरोक्सनाइट जब्त कर रखा है। इसकी कीमत करीब 7 करोड़ रुपए है। चर्चा है कि विष्णु चौधरी इसी माल को बेचने की फिराक में है। इसी वजह से उसने ढेगाम में पायरोक्सनाइट के भंडारण व व्यापार के लिए निबंधन की स्वीकृति के लिए तीन अगस्त ख्0क्भ् को जिला खान एवं भूतत्व विभाग में आवेदन दिया था। खान निरीक्षक ने इस आवेदन पर अपना जांच प्रतिवेदन देने के बाद क्ब् सितंबर ख्0क्भ् को क्लर्क को मंतव्य प्रेषित करने को दिया था। इधर, विभागीय लोगों का कहना है कि विष्णु चौधरी पर सरकार का क्क्.क्0 करोड़ रुपए बकाया है। उस पर आधा दर्जन मामले भी दर्ज हैं। ऐसे में उसे लाइसेंस मिल ही नहीं सकता। फिर भी वह भंडारण का लाइसेंस लेने की कोशिश कर रहा है। जिला खनन पदाधिकारी ने बताया कि आवेदन देने से हम किसी को रोक नहीं सकते। लाइसेंस निर्गत करने से पहले कई प्रक्रियाएं पूरी की जाती है। इस दौरान अगर आवेदक गलत पाया जाता है तो उसका आवेदन रद्द कर दिया जाता है।

खनन पदाधिकारी के घर पर विष्णु की तालाश

जिला खनन कार्यालय में क्लर्क मनोज पटेल की पिटाई के बाद जिला खनन पदाधिकारी संजीव कुमार मंडल और खान निरीक्षक दारोगा राय कार्यालय छोड़कर घर भाग गए थे। मामले की छानबीन करने कार्यालय पहुंची पुलिस को पता चला कि खनन पदाधिकारी आरोपी विष्णु चंद्र चौधरी के साथ उसी की गाड़ी में बैठकर अपने आवास चले गए हैं। यह सुनकर पुलिस तत्काल खनन पदाधिकारी के घर की तलाशी ली, लेकिन वहां पुलिस को विष्णु नहीं मिला।

कर्मचारी के खिलाफ दिखे खनन पदाधिकारी

कार्यालय छोड़कर घर आ जाने के सवाल पर जिला खनन पदाधिकारी ने कहा कि क्लर्क की पिटाई के बाद कोई पंडित जी कार्यालय में आकर हंगामा कर रहे थे। यह देख वह अपने आवास आ गये हैं। घर पर कुछ काम भी था। पत्रकारों से बातचीत के दौरान खनन पदाधिकारी ने विष्णु चौधरी की बजाए अपने कर्मचारी मनोज पटेल की कार्यशैली पर ही सवाल उठा दिए। कहा कि मनोज पटेल पिछले एक माह से नियमित कार्यालय नहीं आ रहा था। सोमवार को वह आया और मंगलवार को यह घटना घटी। यह सब एक साजिश के तहत किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यालय के कामकाज को प्रभावित करने और उन्हें यहां से हटाने के लिए यह षड्यंत्र रचा गया है।

पायरोक्सनाईट के अवैध खनन का आरोपी है विष्णु

विष्णु चौधरी के खिलाफ पोटका थाने में अवैध खनन के तीन मामले दर्ज हैं। इसके अलावा कोर्ट में भी उसके खिलाफ मामला चल रहा है। बताया जा रहा है कि विष्णु को पोटका थाना क्षेत्र के ढेगाम में पायरोक्साईट खनिज के खनन को क्क्.क्0 एकड़ भूमि का पट्टा निर्गत किया गया था। मगर वह वन भूमि पर अतिक्रमण कर करीब ब्म् एकड़ भूमि पर काम कर रहा था। इस दौरान उसने भ्0 से म्0 हजार टन अवैध पायरोक्सनाईट खनन कर ढेगाम में डंप कर दिया। वर्ष ख्00फ् में अवैध खनन का खुलासा होने पर तत्कालीन कार्यपालक दंडाधिकारी पंडित नरेंद्र शर्मा ने पोटका थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। फिर वर्ष ख्0क्क् में खान निरीक्षक निरंजन प्रसाद ने भी पोटका थाना में विष्णु चौधरी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। आरोप लगाया गया था कि विष्णु चौधरी को खनन कार्य के लिए जितने रकबे की लीज मिली है उससे बाहर जाकर खनन किया जा रहा है। इस मामले में विधानसभा की प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण समिति ने भी जांच की थी। इसमें विष्णु चौधरी पर लगे सभी आरोप सही पाए गए थे।